राहत : 10 महीने बाद संयुक्त जिला चिकित्सालय को मिले सर्जन, कुल 13 चिकित्सकों की हुई तैनाती

Google Image | 10 महीने बाद संयुक्त जिला चिकित्सालय को मिले सर्जन



Ghaziabad News : गाजियाबाद और उसके आसपास के जिले के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के बाद अब धीरे-धीरे स्वास्थ्य सेवाएं सामान्य हो रही है। जिले के संजयनगर में स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय में अब फिर से सामान्य सर्जरी हो सकेंगी। दरअसल पिछले वर्ष सर्जन डा. अखिलेश मोहन का तबादला सीएमओ मेरठ के पद पर हो गया था। संयुक्त जिला चिकित्सालय में कोई जनरल सर्जन न होने की वजह से सामान्य सर्जरी नहीं हो पा रही थीं। आर्थोपेडिक सर्जन डा. एसएन सिंह हड्डी के मामलों में सर्जरी कर रहे थे। सिजेरियन प्रसव भी किए जा रहे थे। 

हालांकि इस बीच अधिकतर समय तक संयुक्त जिला चिकित्सालय कोविड लेबल-दो अस्पताल रहा। कोविड के मामले कम होने के बाद चिकित्सालय में सामान्य सेवाएं फिर से बहाल की गईं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर ने बताया, शासन से जनपद को कुल मिलाकर 13 चिकित्सक मिले हैं। इनमें लखनऊ से आए जनरल सर्जन डा. संजय गुप्ता भी शामिल हैं। जिला एमएमजी अस्पताल में पहले से ही तीन जनरल सर्जन डा. मिलिंद गौतम, डा. अवधेश और डा. महेंद्र तैनात हैं। इसलिए डा. संजय गुप्ता की तैनाती संयुक्त जिला चिकित्सालय में करने के आदेश दिए गए हैं। 

बताते चलें कि पिछले वर्ष संयुक्त जिला चिकित्सालय में तैनात जनरल सर्जन डा. अखिलेश मोहन को शासन से सीएमओ मेरठ के पद पर तैनात कर दिया गया था। तब से  एक भी जनरल सर्जन संयुक्त जिला चिकित्सालय में नहीं है। डा. संजय गुप्ता की संयुक्त जिला चिकित्सालय में तैनाती के बाद सामान्य सर्जरी की जरूरत वाले मरीजों को राहत मिलेगी। उन्हें सर्जरी के लिए दूसरे अस्पतालों में रेफर नहीं किया जाएगा। संयुक्त जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. संजय तेवतिया ने बताया सामान्य सर्जरी फिर से शुरू होने से मरीजों को इसका लाभ मिलेगा। अस्पताल में आर्थोपेडिक सर्जन डा. एसएन सिंह हड्डी के मामलों में सर्जरी करते हैं। इसके अलावा सिजेरियन प्रसव की भी चिकित्सालय में व्यवस्था है। अन्य ओपीडी सेवाएं चालू हो गई हैं।

अन्य खबरें