Ghaziabad News : स्वास्थ विभाग ने प्रदूषण बढने पर गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को सावधान रहने की हिदायत दी है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि कोमोर्बिड (पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त), खासकर सांस रोगी, बच्चे, गर्भवती महिलाएं और बुजुर्ग सुबह और शाम घर से बाहर निकलने से परहेज करें। बाहर निकलना जरूरी हो तो मास्क का इस्तेमाल करें। नियमित अंतराल पर पानी पीते रहें। बता दें कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक गाजियाबाद का एक्यूआई 231 रिपोर्ट किया गया है। दो सौ से ऊपर एक्यूआई स्वास्थ्य के लिए खतरनाक माना जाता है।
सीएमओ बोले, तमाम अंगों को प्रभावित करता है प्रदूषण
सीएमओ डा. अखिलेश मोहन का कहना है कि प्रदूषण केवल फेफड़ों को प्रभावित करता है, जबकि ऐसा है नहीं। प्रदूषण के कण सांस के जरिए फेफड़ों में जाकर रक्त में मिल जाते हैं और फिर आंत, लिवर, गुर्दे और हृदय समेत शरीर के तमाम अंगों को प्रभावित करते हैं। दरअसल मौसम में बदलाव के कारण हवा में तैरते विषाक्त कण ऊपर नहीं जा पाते। इस मौसम में सुबह और शाम यह समस्या बढ़ जाती है, इसलिए धूप निकलने के बाद ही खुले वातावरण में जाएं।
प्रदूषण से हो सकती हैं ये दिक्कतें
सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि प्रदूषण के संपर्क में आकर सांस लेने में तकलीफ, चिड़चिड़ापन, सिर दर्द, कंजेक्टिवाइटिस, जी मिचलाना, उल्टी, पेट दर्द और धड़कन असामान्य होने के साथ ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। इनमें से कोई भी समस्या होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सक से परामर्श लें।
कैसें करें प्रदूषण से बचाव
बचाव के लिए सुबह और शाम घर के खिड़की दरवाजे बंद रखें। बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और बीमारी से ग्रस्त लोग सुबह और शाम घर से बाहर निकलने से परहेज करें। धुएं से बचें। खासकर पटाखों से दूरी बनाकर रखें। स्मोकिंग और तंबाकू के इस्तेमाल से परहेज करें। वाहनों के धुएं से खुद का बचाकर रखें।