गाजियाबाद में CBI की बड़ी कार्रवाई : UPI के माध्यम से रिश्वत लेते पकड़े गए पासपोर्ट अधिकारी

गाजियाबाद | 8 महीना पहले | Sonu Singh

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Ghaziabad News : गाजियाबाद के क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय (Regional Passport Office) में तैनात चार अधिकारियों सहित पांच लोगों के खिलाफ सीबीआई ने नाम दर्ज मुकदमा पंजीकृत किया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने पेमेंट गेटवे के माध्यम से रिश्वत लेने वाले चार पासपोर्ट अधिकारियों के खिलाफ मिली शिकायत के बाद जांच में आरोपी पाए जाने पर उनके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है। इस मामले में एक मिडिलमैन पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है।

यह है पूरा मामला
गाजियाबाद स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय में तैनात पासपोर्ट अधिकारियों के खिलाफ पेंडिंग पासपोर्ट जारी करने की शिकायत मिल रही थी, जिसके बाद सीबीआई अधिकारियों ने मेरठ, मुजफ्फरनगर और गाजियाबाद में जांच के दौरान उन्हें दोषी पाया गया। मंगलवार को पासपोर्ट असिस्टेंट रवि किशन, सीनियर पासपोर्ट असिस्टेंट पवन कुमार, पासपोर्ट असिस्टेंट चंद्रकांत, सीनियर पासपोर्ट असिस्टेंट जंदैल सिंह एवं मुजफ्फरनगर निवासी मिडिलमैन मोहम्मद फरहान गौड़ के विरुद्ध सीबीआई ने नाम दर्ज मुकदमा पंजीकृत किया है।

यूपीआई के जरिए रिश्वत
आरोप है कि पासपोर्ट असिस्टेंट चंद्रकांत ने अगस्त 8 अगस्त 2022 से 3 जनवरी 2023 तक 59700 मिडिलमैन मोहम्मद फरहान गौड़ के जरिए यूपीआई के माध्यम से लिए हैं, साथ ही पासपोर्ट असिस्टेंट रवि किशन ने फरहान और उसके करीबियों से यूपीआई के माध्यम से 14 जून 2022 से 14 जून 2023 के बीच 73000 रुपये अपने यूपीआई अकाउंट में ट्रांसफर कराए हैं। इसी के साथ सीनियर पासपोर्ट असिस्टेंट पवन कुमार ने 2022 से 2023 के बीच 22900 रुपये मोहम्मद फरहान गौड़ के जरिए यूपीआई के माध्यम से पेंडिंग पासपोर्ट निरस्त करने के लिए अपने अकाउंट में ट्रांसफर कराए।

जांच के बाद मुकदमा
सीनियर पासपोर्ट असिस्टेंट जंदैल सिंह को भी मोहम्मद फरहान गौड ने यूपीआई के जरिए 2000 हजार रुपये पेंडिंग पासपोर्ट जारी करने के लिए दी थी। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने पेमेंट गेटवे के माध्यम से रिश्वत लेने के आरोपों की जांच की। साथ ही इनके गाजियाबाद, मेरठ और मुजफ्फरनगर स्थित आवास पर भी तलाशी और जांच की गई थी। जिसके बाद दोषी पाए जाने पर उनके विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया है।

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