गाजियाबाद : भाजपा की ममता त्यागी जिला पंचायत अध्यक्ष घोषित, प्रशासन ने दिया प्रमाण-पत्र

Tricity Today | भाजपा की ममता त्यागी जिला पंचायत के अध्यक्ष घोषित



जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर मंगलवार को भाजपा प्रत्याशी ममता त्यागी निर्विरोध घोषित हुईं। आधिकारिक रूप से मंगलवार को इसकी घोषणा दोपहर तीन बजे की गई। हालांकि, ममता त्यागी के निर्विरोध चुने जाने का रास्ता उसी दिन साफ हो गया था। जब 26 जून को उनके सामने किसी ओर प्रत्याशी ने नामांकन दर्ज नहीं किया था। लेकिन नामांकन किए जाने के बाद 29 जून को नाम वापसी और नामांकन पत्र की प्रक्रिया का मंगलवार को अंतिम दिन था। ऐसे में ममता त्यागी के अलावा किसी ओर के द्वारा नामांकन ना किए जाने के बाद मंगलवार को समय सीमा समाप्त होने के बाद ममता त्यागी को जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर निर्विरोध अध्यक्ष घोषित किया गया है। 

एडीओ विशाल सिंह ने बताया कि नामांकन पत्रों की जांच का काम दोपहर 3 बजे तक था। भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार ममता त्यागी ने शनिवार की दोपहर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया था। ममता त्यागी भारतीय जनता पार्टी के जिला, महानगर, क्षेत्रीय पदाधिकारियों और विधायकों के साथ कलेक्ट्रेट में नामांकन दाखिल करने गई थीं। दूसरी ओर समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन की उम्मीदवार नसीमा अपना नामांकन दाखिल नहीं कर पाई हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए केवल एक नामांकन दाखिल होने के कारण ममता त्यागी का निर्विरोध निर्वाचन सुनिश्चित है। हालांकि अभी नामांकन पत्र की जांच, नाम वापसी और बाकी कानूनी प्रक्रिया जिला निर्वाचन अधिकारी को पूरी करनी है। इसके बाद ही उन्हें विजयी घोषित किया गया है। ममता त्यागी के निर्विरोध जीत से गाजियाबाद भारतीय जनता पार्टी में उत्साह है। ममता त्यागी भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष बसंत त्यागी की पत्नी हैं।



जिला पंचायत में 2 सदस्यों के बावजूद जीत गई भाजपा
गाजियाबाद जिला पंचायत में भारतीय जनता पार्टी के केवल 2 सदस्य हैं। इनमें से एक खुद ममता त्यागी हैं। इसके बावजूद भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष पद पर जीत हासिल करने में कामयाब हो गई है। बहुजन समाज पार्टी सबसे बड़ा दल है। जिला पंचायत में 14 सदस्य हैं। बहुजन समाज पार्टी के 5 सदस्य हैं। समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के 3-3 सदस्य हैं। एक निर्दलीय सदस्य है। जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर काबिज होने के लिए कम से कम 8 सदस्यों की जरूरत थी। सपा और रालोद गठबंधन का आंकड़ा 6 तक पहुंच रहा था। गठबंधन भाजपा के मुकाबले बहुमत के ज्यादा करीब था। लेकिन महज 2 जिला पंचायत सदस्यों के बूते भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष पद पर कार्य हो गई है। विपक्ष सत्तारूढ़ भाजपा पर जोड़-तोड़, खरीद-फरोख्त और सत्ता का दुरुपयोग करने जैसे आरोप लगा रहा है।
 

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