Ghaziabad News : जिला गाजियाबाद के लोनी में तैनात अनिल राजपूत पर गाज गिरी है। पूर्व हिस्ट्रीशीटर रहे शख्स को थाना प्रभारी लोनी द्वारा अपने स्तर से गनर दिए जाने के मामले में उन्हें सस्पेंड किया गया है। थाना प्रभारी अनिल राजपूत के मौखिक आदेश पर गनर दिया गया था। मामला डीसीपी के संज्ञान में आने पर थाना प्रभारी को तत्काल निलंबित किया गया है। साथ ही आरोपी अनिल राजपूत के खिलाफ विभाग में जांच बैठा दी है। अनिल राजपूत पहले भी विवादों में रह चुके हैं।
यह है पूरा मामला
पूर्व हिस्ट्रीशीटर रहे चाहत राम को पूर्व में गवर्नर मिला हुआ था। डीसीपी ग्रामीण विवेक चंद्र यादव के संज्ञान में आने पर उनसे गनर वापस लिया गया था। दिसंबर महीने में गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट से ट्रांसफर होकर गाजियाबाद कमिश्नरेट आए अनिल राजपूत को लोनी कोतवाली का प्रभारी बनाया गया था। थाना प्रभारी अनिल राजपूत के मौखिक आदेश पर पूर्व हिस्ट्रीशीटर चाहत राम को फिर से गनर दे दिया गया। निठौरा गांव के निवासी पूर्व हिस्ट्रीशीटर चाहत राम को गनर दिए जाने का मामला डीसीपी विवेक यादव के संज्ञान में आने पर उन्होंने तुरंत लोनी कोतवाली प्रभारी अनिल राजपूत को सस्पेंड कर दिया है, साथ ही उनके विरुद्ध विभागीय जांच भी बैठा दी गई है।
विवादों से पुराना नाता
अनिल राजपूत का विवादों से पुराना नाता रहा है वह पहले भी विवादों में घिर चुके हैं। गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट में तैनाती के दौरान एक छात्र को पीटने के बाद उस पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया था। इस मामले में लखनऊ तक सुनवाई हुई और इसके जांच में आरोपी पाए जाने पर अनिल राजपूत सहित 10 नामजद और 5 से 6 अज्ञात के खिलाफ थाना बीटा दो में मुकदमा भी दर्ज हुआ था।