Ghaziabad: दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले की साफ-सफाई और प्रदूषण से मुक्ति के लिए बड़े अभियान की शुरुआत की गई है। इसके लिए गाजियाबाद नगर निगम (Ghaziabad Municipal Corporation) ने सफाई कर्मियों से संबंधित विस्तृत कार्य योजना बनाई है। माना जा रहा है कि इससे शहर में साफ-सफाई की मुहिम को बल मिलेगा। इससे प्रदूषण की रैंकिंग में भी सुधार आएगा। साथ ही निवासियों को गंदगी और कूड़े-कचरे के अंबार से राहत मिलेगी। इसके अनुसार लगभग 4000 सफाई कर्मिक मार्गदर्शिका के आधार पर सफाई-व्यवस्था को बेहतर करेंगे। स्वच्छ सर्वेक्षण को देखते हुए शहर को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
मेयर आशा शर्मा तथा नगर आयुक्त महेन्द्र सिंह तंवर के निर्देशानुसार शहर में कार्यरत विभिन्न सफाई कर्मियों को जानकारी और प्रशिक्षम दी जा रही है। अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार ने बताया कि सफाई कर्मियों के कार्यों एवं कार्यक्षेत्र के अनुसार विभिन्न डाक्यूमेंट के माध्यम से विभाजित किया गया है। इसके अन्तर्गत उनके किये जा रहे कार्य, कार्य क्षेत्र, अवकाश दिवस, रिलीवर, कार्य निरीक्षक आदि का सम्पूर्ण विवरण विभिन्न 8 डाक्यूमेंट में तैयार किया गया है। इसके आधार पर शहर में बीटवार सफाई व्यवस्था लागू की जायेगी। फलस्वरूप शहरवासियों को बेहतर सफाई तथा सफाई कर्मियों को कार्य करने मे सहूलियत रहेगी। हर कार्य के लिये जिम्मेदारी भी तय की गयी है।
मॉडल बनेगा गाजियाबाद
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथलेश कुमार ने बताया कि गाजियाबाद को एक मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए पार्षदों के सुझाव पर नगर निगम स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष कार्य कर रहा है। इस क्रम में नगर आयुक्त के निर्देश पर कार्ययोजना बनायी जा रही है। व्यवसायिक, आवासीय क्षेत्रों में सफाई की योजना, रेलवे स्टेशन, बस स्टेण्ड तथा प्रमुख चैराहों की सफाई व सौन्दर्यिकरण की योजना, खुले स्थानों से कचरा संग्रहण की योजना, डोर टू डोर कचरा संग्रहण के साथ वाहन पर कार्यरत कर्मचारियों के कार्य की योजना, नाला व नाली की सफाई हेतु कार्ययोजना, यूरिनल, सार्वजनिक व सामुदायिक शौचालयों की सफाई योजना तथा रिलिवर कर्मचारियों के कार्य की योजना के आधार पर शहर को एक नया रूप देने की पहल आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों, पार्षदों के सहयोग पर की जा रही है।
सफाई कर्मचारियों को मिलेगा प्रशिक्षण
नगर आयुक्त ने बताया कि बेहतर सफाई व्यवस्था के लिए व्यवसायिक स्थानों को चिन्हित किया जा रहा है। जिसके आधार पर सफाई कर्मिकों को तैनात किया जायेगा। सूची बनाकर निर्धारित स्थान पर जिम्मेदारी तय की जायेगी। जिससे क्षेत्रवासियों को बेहतर सफाई मिलेगी। व्यवसायिक क्षेत्र में लगे सफाई कर्मिकों के कार्य की समय सीमा निर्धारित की गयी है। सफाई कर्मचारियों से 8 घण्टे कार्य कराने के निर्देश दिये गये हैं। जिन स्थानों पर ज्यादा आवाजाही है, उन प्रमुख मार्गों पर विशेष सफाई के लिये निर्देश दिये गये है। प्रतिदिन व्यसायिक क्षेत्रों में सुबह-शाम को ठीक ढंग से झाडू लगाने, कूडे की ढेरियों को समय से उठाने तथा झाडू लगाने का प्रशिक्षण दिलाने के भी निर्देश दिये गये हैं।
लोगों को मिलेगी राहत
सफाई कर्मी को साप्ताहिक अवकाश भी दिया गया है। उनकी अनुपस्थिति में अन्य सफाई कर्मी की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिये गये हैं। कार्य की रूपरेखा के अनुरूप महिला एवं पुरुष सफाई कर्मी की ड्यूटी लगाने के लिए निर्देशित किया गया है। रविवार तथा किसी त्योहार पर भी सफाई व्यवस्था सूचारू किये जाने हेतु योजना बनाई गयी है। कचरे में आग न लगाने के सख्त निर्देश दिये गये हैं। व्यवसायिक क्षेत्र में बेहतर कार्य कराने की मॉनिटरिंग हेतु सफाई निरीक्षक, सफाई नायक एवं स्वच्छता मित्रों की जिम्मेदारी तय की गयी है। सड़क एव डिवाईडरों की लम्बाई के आधार पर कार्य विभाजन के निर्देश दिये गये हैं। इससे शहर में क्षेत्रीय जनता एवं पार्षदों को काफी राहत मिलेगी।
काम और वक्त निर्धारित रहेगा
सफाई निरीक्षक एवं सफाई नायकों को खुली गाडी पर कार्यरत कर्मी की सूची बनाकर जिम्मेदारी तय करनी है। सुबह एकत्र कचरा उठाना, बेक लाईन से निकले कचरे को उठाना, गाडी को समय से अपने स्थान पर ले जाना, प्रात: 7 बजे डीजल भरवाने, रास्ते में मिल रहे कचरे को गाडी में डालने, हेल्पर को गाडी से बाहर चल नागरिकों के कचरे को गाडी में डालने, प्रत्येक घर से कचरा अनिवार्य रूप से लेने, बाहर गये नागरिकों के घर के बाहर से डस्टबीन से कचरा लेने तथा निर्धारित स्थान पर प्रतिदिन चलने के निर्देश दिये गये हैं।