Ghaziabad : उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जनपद में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। दिल्ली का रहने वाला एक युवक गाजियाबाद में स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में अपनी नाक का इलाज करवाने आया था, लेकिन नाक का इलाज करते समय युवक की आंख की रोशनी चली गई। इस मामले के बाद युवक के परिजनों ने हॉस्पिटल में जमकर हंगामा किया। युवक के परिजनों का कहना है कि अस्पताल के डॉक्टरों ने युवक के नाक का ऑपरेशन करते समय घोर लापरवाही बैठी है। जिसकी वजह से उनके बेटे की आंख की रोशनी चली गई है। वहीं दूसरी ओर इस मामले में अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर युवक की देखभाल कर रहे हैं। डॉक्टरों ने परिवार को आश्वासन दिया है कि बहुत ही जल्द उनका बेटा ठीक हो जाएगा।
वैशाली में स्थित है हॉस्पिटल
दरअसल, दिल्ली के शाहदरा इलाके में 18 साल का दीपांशु बंसल अपने परिवार के साथ रहता है। दीपांशु बंसल के कुछ दिन पहले नाक में दिक्कत हुई थी। जिसका इलाज करवाने के लिए वह गाजियाबाद के वैशाली में स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में गया। वहां पर अस्पताल के डॉक्टरों ने दीपांशु बंसल की नाक में साइनस बता दिया और ऑपरेशन करने की सलाह दी।
मंगलवार सुबह हुआ नाक का ऑपरेशन
पीड़ित परिवारजनों से मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार को दीपांशु बंसल अस्पताल में एडमिट हो गया और मंगलवार की सुबह उसका ऑपरेशन किया गया। मंगलवार की सुबह अस्पताल के डॉक्टरों ने दीपांशु बंसल की नाक का ऑपरेशन कर दिया। ऑपरेशन के बाद जब दीपांशु को बाहर लाया गया तो उसने बताया कि उसको दिखना बंद हो गया है। जिसके बाद उसके परिजनों के हाथ-पांव फूल गए।
डॉक्टरों पर घोर लापरवाही का आरोप
परिजनों के मुताबिक जब जांच की गई तो पता चला कि दीपांशु की बाई आंख की रोशनी चली गई है। इस मामले में पीड़ित परिजनों ने स्थानीय पुलिस को लिखित शिकायत दी है। इसके अलावा हॉस्पिटल में जमकर हंगामा भी किया। परिजनों का कहना है कि ऑपरेशन होते समय डॉक्टरों ने घोर लापरवाही बरती होगी। जिसकी वजह से उनके बेटे की आंख की रोशनी चली गई है। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल के डॉक्टरों ने उनके बेटे की जिंदगी बर्बाद कर दी है।