गाजियाबाद : शहर को गंदा करना पड़ेगा मंहगा, नदी में कूड़ा डाला तो लगेगा इतना जुर्माना

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Ghaziabad : स्वच्छ भारत मिशन के तहत इस बार शहर के साथ हरनंदी को भी स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए नगर निगम ने कवायद शुरू कर दी है। अगर ऐसा नही हुआ तो नगर निगम स्वच्छता की रैंकिंग में पिछड़ जाएगा। इसलिए शहर को गंदा करने वालों के खिलाफ नगर निगम ने अभियान चलाकर कार्रवाई शुरू कर दी है। 

इतना देना होगा जुर्माना
सड़क पर कूड़ा फेंकते हुए पकड़े गए तो 100 रुपये से लेकर 500 रुपये का जुर्माना भरना होगा और हरनंदी नदी में पहली बार मलबा डालते हुए पकड़े गए तो 50 हजार रुपये और इसके बाद प्रत्येक बार पांच हजार रुपये जुर्माना देना होगा। शहर में गंदगी करने वालों को पकड़ना नगर निगम के लिए आसान होगा। पहली बार में ऐसे स्थानों पर कड़ी नजर रखी जाएगी, जहां सड़क पर कूड़ा फेंका जाता है। प्रत्येक जोन में कार्रवाई के लिए सफाई नायकों की अध्यक्षता में एक टीम बना दी गई है। 

इन लोगों को दी सफाई की जिम्मेदारी
स्थानीय पार्षद, आरडब्ल्यूए पदाधिकारी और संभ्रांत लोगों की मदद ली जाएगी। गंदगी करते हुए पकड़े जाने पर सफाई नायक संबंधित व्यक्ति का चालान करेंगे, उनको रसीद बुक दे दी गई है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मिथिलेश कुमार रोजाना समीक्षा करेंगे, यदि कहीं पर गंदगी की शिकायत मिली तो सफाई नायक से जवाब तलब किया जाएगा। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में इस बार नागरिकों से फीडबैक लेने के दौरान कई नए सवाल भी पूछे जाएंगे। जिनमें यह जानकारी ली जाएगी कि क्या आप कचरा अलग-अलग करके देते हैं, क्या आपसे कचरा शुल्क अलग से लिया जाता है, क्या आपको पता है कि कचरा सड़क पर फेंकने पर जुर्माना लग सकता है। इन सवालों के जवाब नागरिकों को भरने होंगे। 

नगर स्वास्थ्य अधिकारी का बयान
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मिथलेश कुमार ने बताया कि शहर में सड़क हो या नदी, यदि किसी ने गंदगी की तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शहर को स्वच्छ बनाने के लिए नागरिकों को जागरूक किया गया है जो लोग शहर की स्वच्छता से खिलवाड़ करेंगे, उनके खिलाफ जुर्माना लगाया जाएगा।

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