Ghaziabad News : गाजियाबाद में एनसीआर का पहला रोपवे रूट बनाया जाएगा। इस रोपवे प्रोजेक्ट के खिलाफ गाजियाबाद के निवासियों ने प्रदर्शन किया है। वसुंधरा में निवासियों ने रोपवे के खिलाफ प्रदर्शन किया। लोगों का कहना है कि इस रोपवे से कोई फायदा नहीं होगा। यह सिर्फ पिकनिक रोपवे बनकर रह जाएगा। गाजियाबाद के लोगों का कहना है कि बेफजूल के खर्चे हैं।
वसुंधरा के निवासियों ने किया विरोध
गाजियाबाद के वसुंधरा के निवासियों ने सेक्टर-5 से लेकर सेक्टर-6 तक पैदल मार्च निकाला। लोगों का कहना है कि गाजियाबाद और नोएडा को जोड़ने के लिए मेट्रो का विस्तार करना चाहिए। गाजियाबाद के हर हिस्से को जोड़ने के लिए मेट्रो प्रोजेक्ट पर काम करना चाहिए, लेकिन उसके बावजूद भी प्राधिकरण इस पर ध्यान नहीं दे रहा है और बेफजूल के खर्चे कर रहा है।
रोपवे से अच्छा मेट्रो प्रोजेक्ट
गाजियाबाद के लोगों का कहना है कि नोएडा और गाजियाबाद समेत एनसीआर को जोड़ने के लिए गाजियाबाद से 4 रोपवे रूट बनाए जाएंगे। जिसपर करीब 450 करोड़ रुपए खर्च होंगे, लेकिन ये रोपवे ज्यादा से ज्यादा 10-15 साल ही चल पाएंगे। वहीं, मेट्रो प्रोजेक्ट पर करीब 1800 करोड़ रुपए खर्च होंगे, लेकिन मेट्रो रूट 100 सालों तक चलेगा। इसके अलावा गाजियाबाद और नोएडा के निवासियों को कोई खास फायदा नहीं होगा। कुल मिलाकर गाजियाबाद के निवासियों ने रोपवे प्रोजेक्ट का विरोध किया है।
यह है पूरा प्रोजेक्ट
गाजियाबाद मोहन नगर से वैशाली मेट्रो स्टेशन के बीच बनने वाले एनसीआर के पहले रोपवे की लंबाई 5.2 किलोमीटर होगी। इसका निर्माण एनएचएआई की विशेष परपज व्हीकल कंपनी राष्ट्रीय राजमार्ग रसद प्रबंधन लिमिटेड करेगी। पहले रोपवे मोहन नगर से वैशाली मेट्रो स्टेशन तक रोपवे चलाया जाएगा। उसके बाद 3 अन्य रूट पर चलाया जाएगा। इस 5.2 किलोमीटर रोपवे रूट को बनाने के लिए करीब 450 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसके लिए 60 फीसदी खर्च निर्माण करने वाली कंपनी, 20 फीसदी जीडीए और 20 फीसदी खर्च केन्द्र सरकार वहन करेगा।