बड़ी खबर : 25 करोड़ से होगी सड़कों की मरम्मत, नगर निगम ने बनाई बड़ी योजना

गाजियाबाद | 3 साल पहले |

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Ghaziabad News: गाजियाबाद में टूटी सड़कों की मरम्मत के लिए नगर निगम (Ghaziabad Municipal Corporation) ने एक मेगा परियोजना शुरू की है। इसके तहत अगले 3 महीने में शहर की सभी टूटी और उखड़ी सड़कों की मरम्मत कराई जाएगी। यातायात और प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए नगर निगम ने यह मेगा अभियान शुरू किया है। दरअसल 15वें वित्त आयोग से जीएमसी को 242 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए गए हैं। जिसमें से 25 करोड़ रुपये सड़कों पर खर्च किए जाएंगे।

75 किमी सड़कों की मरम्मत होगी
पहले चरण में ट्रांस-हिंडन क्षेत्रों में बृज विहार, साहिबाबाद, शालीमार गार्डन, लाजपत नगर, वैशाली और वसुंधरा में सड़कों का पुनर्निर्माण किया जाना है। सीआईएस-हिंडन क्षेत्र में, जीएमसी ने कविनगर, नेहरू नगर, पटेल नगर और विजयनगर का चयन किया है। नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने कहा, पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश ने शहर की कई सड़कों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। जिससे कई स्थानों पर जलभराव और परिणामस्वरूप ट्रैफिक जाम हुआ। इसे देखते हुए हमने एक परियोजना शुरू करने का फैसला किया है। जिसके तहत नगर पालिका क्षेत्र में 75 किमी सड़कों को नया रूप दिया जाएगा।

241 करोड़ का बजट मिला है
सड़कों की मरम्मत में केंद्रीय कगार का निर्माण, वृक्षारोपण और प्रकाश व्यवस्था शामिल होगी। तंवर ने कहा, "बारिश कम होने के बाद काम शुरू करने की हमारी योजना है और सर्दी शुरू होने से तीन महीने पहले काम पूरा कर लिया जाएगा। हमने 241 करोड़ रुपए में से 25 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं।" सड़क की धूल शहर में प्रदूषण का एक प्रमुख स्रोत बनकर उभरी है और सर्दियों के दौरान यह और अधिक तीव्र हो जाती है। पिछले साल, यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शहर का एक सर्वेक्षण किया। जिसमें इंदिरापुरम की सीआईएसएफ रोड को गाजियाबाद में सबसे प्रदूषित माना गया। 

17 इलाकों की पहचान हुई है
उस रिपोर्ट के आधार पर हमने शहर में सबसे अधिक धूल प्रदूषण वाले 17 स्थानों का चयन किया है। हमारा लक्ष्य इन क्षेत्रों में छिद्रित टाइल का उपयोग करना है। काम के हिस्से में धूल प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सड़कों के किनारे पर पौधे लगाना भी शामिल होगा। इंदिरापुरम के अहिंसा खंड 2 के निवासी संतोष सिंह ने कहा, “अहिंसा खंड 2 में गड्ढों से भरी सड़कों पर 18 महीने से अधिक समय हो गया है। अब तक हमें केवल खोखले वादे मिले हैं। आशा है कि इस बार गाजियाबाद नगर निगम मरम्मत का काम करेगी।

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