Ghaziabad News : इस तारीख तक बनकर तैयार हो जाएगा 82 मीटर लंबा कॉरिडोर, परतापुर में स्टील स्पैन का काम पूरा 

गाजियाबाद | 11 महीना पहले | Sonu Singh

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Ghaziabad News : आरआरटीएस कॉरिडोर का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। अपने निर्माण के दौरान अब यह कॉरिडोर परतापुर को पार कर गया है। मेरठ शहर को मेट्रो की सुविधा प्रदान करने के लिए परतापुर स्थित रेलवे लाइन को पार करना अनिवार्य था। यहां सड़क मार्ग पर यातायात के लिए पहले से ही एक फ्लाईओवर है। आरआरटीएस कॉरिडोर को भी मेरठ की दिशा में जाने के लिए रेलवे लाइन को पार कराना था। इसके लिए दो स्पेशल स्टील स्पैन को स्थापित करने के लिए विशेष योजना बनाई गई और भारतीय रेलवे से न्यूनतम अवधि के लिए रूट ब्लॉक करके उच्च क्षमता वाली क्रेनों की सहायता से इन्हें स्थापित किया गया। इन स्टील स्पैन पर रेल के आने और जाने के लिए दो ट्रैक बनाए जाएंगे।

स्टील स्पैन की विशेषताएं
परतापुर में लगाए गए दोनों स्टील स्पैन की लंबाई लगभग 45 मीटर है। इनका वजन करीब 350 टन है। इन स्टील स्पैन की विशेषता यह है कि इन्हें कम्पोजिट स्टील की मदद से तैयार किया गया है। आरआरटीएस कॉरिडोर के बन जाने पर यहां पर नमो भारत ट्रेन रेलवे लाइन को करीब 19 मीटर की ऊंचाई पर पार करेंगी। दिल्ली से मेरठ की ओर मेरठ साउथ स्टेशन, मेरठ का पहला स्टेशन है। इसके बाद दूसरा स्टेशन परतापुर होगा। एनसीआरटीसी के प्रवक्ता पुनीत वत्स ने बताया कि यहां पर स्थापित स्पेशल स्टील स्पैन इन दोनों स्टेशनों को आपस में जोड़ेंगा। परतापुर में रेल लाइन पर स्टील स्पैन स्थापित करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य रहा और सभी मानदंडों और सावधानियों का पालन करते हुए इस निर्माण कार्य को आगे बढ़ाया और दोनों स्टील स्पैन को स्थापित करने में सफलता हासिल की। इस रेलवे लाइन को पार करने के लिए एनसीआरटीसी को रेलवे के संबंधित विभागों का भी पूर्ण सहयोग मिला।

एनसीआरटीसी ने बताई तारीख
एनसीआरटीसी के प्रवक्ता ने बताया कि आरआरटीएस कॉरिडोर के एलिवेटेड सेक्शन में वायाडक्ट के निर्माण के लिए एनसीआरटीसी आमतौर पर औसतन 34 मीटर की दूरी पर पिलर निर्माण करता है। कुछ जटिल क्षेत्रों में जहां कॉरिडोर नदियों, पुलों, रेल क्रॉसिंग, मेट्रो कॉरिडोर, एक्सप्रेसवे या ऐसे अन्य मौजूदा ढांचों को पार कर रहा है, वहां दो पिलर के बीच इस दूरी को बनाए रखना व्यावहारिक रूप से संभव नहीं होता। ऐसे क्षेत्रों में पिलर को जोड़ने के लिए स्पेशल स्पैन का उपयोग किया जाता है। इन दो स्टील स्पैन के स्थापित होने से 82 किमी लंबे आरआरटीएस कॉरिडोर पर 70 किमी लंबे एलिवेटेड हिस्से में अब तक स्थापित किए गए स्पेशल स्टील स्पैन की संख्या और बढ़ गई है। इससे पहले एलिवेटेड सेक्शन में अन्य कई स्टील स्पैन सफलतापूर्वक स्थापित किए जा चुके हैं। एनसीआरटीसी का लक्ष्य है कि 82 किमी लंबे कॉरिडोर को जून 2025 तक जनता के लिए खोल दिया जाए।

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