Greater Noida West : शहर में वायु प्रदूषण का स्तर काफी अधिक बढ़ता जा रहा है। दिवाली के बाद हालत बेहद ज्यादा खराब हो गए हैं। इसमें कहीं ना कहीं बिल्डरों की भी लापरवाही सामने आ रही है। एनसीआर में ग्रेप-2 लागू है। उसके बावजूद ग्रेटर नोएडा वेस्ट, नोएडा और ग्रेटर नोएडा के अलग-अलग स्थानों पर बिल्डरों के द्वारा घोर लापरवाही के साथ निर्माण करवाया जा रहा है। हालांकि, अभी तक ग्रेटर नोएडा वेस्ट के कई बिल्डरों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के द्वारा करीब 60 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जा चुका है। उसके बावजूद कोई नतीजा निकल कर नहीं आया। इस तरीके से प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सिर्फ जुर्माना लगाकर अपना पल्ला झाड़ लिया है।
ग्रेटर नोएडा में चल रहा गलत तरीके से काम
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर-17 में स्थित फ्यूजन होम्स हाउसिंग सोसाइटी में निर्माण कार्य चल रहा है। सोसाइटी में बिना किसी कवर के काम दिन-रात किया जा रहा है। इसके अलावा एंटी स्मॉग गन मशीन का भी इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। बिल्डरों की साइट पर निर्माण कार्य होने की वजह से दिन-रात धूल उड़ती रहती है। जिसकी वजह से आसपास में रहने वाले लोगों और ग्रेटर नोएडा वेस्ट की जनता को काफी परेशानियां हो रही हैं। ग्रेप लागू होने के बावजूद भी नियमों की अनदेखी हो रही है। जिसकी वजह से उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के द्वारा करीब 60 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया गया। उसके बावजूद भी बिल्डर अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे।
रविवार रहा इस सीजन का सबसे बुरा दिन
वायु प्रदूषण का स्तर काफी ज्यादा बढ़ता जा रहा है। रविवार को इस सीजन का सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर दर्ज किया गया है। रविवार को वायु प्रदूषण नोएडा शहर में 313 वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) तक पहुंच गया। इसी के साथ नोएडा रविवार को देश का सबसे प्रदूषित पांचवां शहर दर्ज किया गया है। यह नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रहने वाले लाखों लोगों के लिए खतरा है। खासतौर पर उन लोगों को ज्यादा परेशानी होती हैं, जो किडनी और सांस संबंधी मरीज हैं। घटने के बजाय रोजाना वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा है।
देश के सबसे ज्यादा प्रदूषित 5 शहर
दिल्ली की वायु गुणवत्ता रविवार को 382 दर्ज की गई, जो पूरे देश में सबसे ज्यादा है। दूसरे नंबर पर बहादुरगढ़ की 335 दर्ज की गई। तीसरे नंबर पर श्रीगंगानगर की 327 वायु गुणवत्ता सूचकांक दर्ज की गई है। चौथे नंबर पर सोनीपत की 321 और पांचवें नंबर पर नोएडा की 313 दर्ज की गई है।