Greater Noida News : दिल्ली-एनसीआर और खासतौर से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों से जुड़ी बड़ी खबर है। मेरठ से प्रयागराज तक बनाया जा रहा गंगा एक्सप्रेसवे नोएडा-आगरा को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा। इन दोनों महामार्गों को आपस में जोड़ने के लिए एक नए लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा। ख़ास बात यह है कि दोनों एक्सप्रेसवे का संगम ज़ेवर में बन रहे नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई-अड्डे के पास होगा। इससे पश्चिम उत्तर प्रदेश के हापुड़, मेरठ, अमरोहा, मुरादाबाद, बुलंदशहर और संभल जैसे ज़िले सीधे ज़ेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई-अड्डे से जुड़ जाएंगे। इसके अलावा वेस्ट यूपी दोनों महत्वपूर्ण इलाक़े आगरा रीज़न और मेरठ रीज़न के बीच सड़क यात्रा बेहद सुखद हो जाएगी।
57 गांवों में फैले 997 हेक्टेयर भूमि
उत्तर प्रदेश में जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) की कनेक्टिविटी को और मजबूत करने के लिए एक नई लिंक मार्ग का प्रस्ताव सामने आया है, जो यमुना एक्सप्रेसवे को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (UPEIDA) ने इस परियोजना की व्यवहार्यता का अध्ययन करते हुए इसे मंजूरी दी है। इस परियोजना के तहत यमुना एक्सप्रेसवे से गंगा एक्सप्रेसवे को 83.10 किलोमीटर लंबाई वाले लिंक रोड द्वारा जोड़ा जाएगा, जिसकी लागत लगभग 4,000 करोड़ रुपये अनुमानित की गई है। इस परियोजना के लिए 57 गांवों में फैले 997 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण भी आवश्यक होगा। इस लिंक रोड पर बुलंदशहर में एक नया इंटरचेंज बनाया जाएगा, जो जेवर एयरपोर्ट और गंगा एक्सप्रेसवे के बीच सीधा संपर्क स्थापित करेगा।
परिवहन और कनेक्टिविटी में सुधार
यमुना एक्सप्रेसवे से जेवर एयरपोर्ट तक पहुंचने का यह प्रमुख मार्ग होगा, लेकिन इसे गंगा एक्सप्रेसवे के साथ जोड़ने से मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर और अमरोहा के निवासियों के लिए हवाई अड्डे तक पहुंचना और भी सरल हो जाएगा। यह लिंक रोड न केवल यात्रियों के आवागमन को सुगम बनाएगा, बल्कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में अन्य शहरों जैसे नोएडा, ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद से जुड़ने में भी सहायक होगा।
गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य प्रगति पर
594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेसवे के 62% सिविल कार्य पूरे हो चुके हैं। रोड पर बिछाई जाने वाली बेस लेयर का काम भी पूरा हो गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने UPEIDA को निर्देश दिया है कि गंगा एक्सप्रेसवे को 24 दिसंबर से वाहनों के लिए खोल दिया जाए, जिससे प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ मेले के दौरान मेरठ और प्रयागराज के बीच तेज और सुगम यातायात की सुविधा मिल सके।
हवाई यात्रियों की संख्या में वृद्धि
इस महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी के प्रयास से उत्तर प्रदेश में हवाई यात्रियों की संख्या में वृद्धि की उम्मीद है और जेवर एयरपोर्ट देश के विभिन्न हिस्सों से बेहतर तरीके से जुड़ जाएगा, जिससे राज्य के औद्योगिक और आर्थिक विकास को गति मिलेगी।