कुख्यात सुंदर भाटी को सजा सुनाने वाले जज पर कातिलाना हमला : बदमाशों को ढूंढना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर, बोलेरो का नंबर निकला फर्जी

Tricity Today | कुख्यात सुंदर भाटी



Greater Noida News : कुख्यात बदमाश सुंदर भाटी और उसके गैंग को सजा सुनाने वाले जज अनिल कुमार सिंह की हत्या का प्रयास करने वाले आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। अब तक की जांच में बदमाशों की बोलेरो गाड़ी पर जो नंबर सामने आया, वह फर्जी पाया गया है। बदमाशों की सफेद रंग की बोलेरो गाड़ी का नंबर UP 81 7882 था। इस नंबर की सीरीज की बोलेरो गाड़ी सर्च की गई, लेकिन इस नंबर से कोई भी बोलोरो गाड़ी दर्ज नहीं है। इसलिए अंदेशा है कि नंबर प्लेट बदलकर ही सुंदर भाटी गैंग ने जज को निशाना बनाने का षडयंत्र रचा। घटना के खुलासे के लिए पुलिस की 8 टीम गठित की गई है।  

अभी तक नहीं मिला कोई सुराग
बीते शनिवार को तहरीर मिलने के बाद थाना खैर में मुकदमा दर्ज किया गया। क्षेत्राधिकारी वरुण कुमार सिंह इस घटना की जड़ में जाकर बदमाशों को दबोचे क प्रयास कर रहे हैं। घटना के बाद से ही एक पुलिस टीम अलीगढ़-पलवल मार्ग पर शिवाला रोड से टैंटी गांव रोड तक के सभी सीसीटीवी कैमरे खंगालने में जुटी हैं, लेकिन रात के अंधेरे के चलते बोलेरो गाड़ी के विषय में सुराग नहीं मिल सका। इसके बाद अलीगढ़ की ओर से आने वाली सभी बोलेरो गाड़ियों का सीसीटीवी फुटेज खैर क्षेत्र में देखा जा रहा है।  

सीसीटीवी और आरटीओ विभाग से ली जा रही मदद 
इसके साथ ही फर्रुखाबाद से अलीगढ़ तक के सभी टोल प्लाजा और हाईवे के सीसीटीवी फुटेज दिखवाने के लिए भी पुलिस टीम लगाई गई है। इस दौरान पुलिस यह जानने का प्रयास भी कर रही है कि जज की गाड़ी का पीछा कहां से शुरू किया गया। फिर सोफा चौकी के पास से बोलेरो गाड़ी वापस यू-टर्न करके लौटी तो कहां गई। खैर क्षेत्राधिकारी वरुण कुमार सिंह बताते हैं कि सीसीटीवी और आरटीओ की मदद से घटना के एक-एक पहलू को चिन्हित कर जांच की जा रही है। वहीं, अभी तक किसी ठोस नतीजे पर पुलिस नहीं पहुंच सकी है। महत्वपूर्ण सुराग खोजे जा रहा है। पुलिस का लगातार प्रयास जारी है।  

नए सिरे से CCTV कैमरे देखे जा रहे
पुलिस की टीम अलीगढ़ में खेरेश्वर चौराहे से लेकर खैर, जट्टारी, टप्पल, यमुना एक्सप्रेसवे इंटरचेंज और टोल तक के करीब 150 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले गये। लेकिन अभी तक जो बोलेरो गाड़ी का नंबर बताया गया है। उसकी कोई ठोस जानकारी नहीं मिली। पुलिस फिर से टुकड़ों में सीसीटीवी कैमरे खंगालने में जुटी है। यह भी हो सकता है कि बदमाश पहले से ही खैर के रास्ते में बोलेरो गाड़ी लेकर खड़े हो और जज की गाड़ी देखकर अचानक उनका पीछा किया या फिर रुकवाने का प्रयास किया हो। खैर के गोमत चौराहे के बाद से सोफा चौकी के बीच में सीसीटीवी कैमरे कम है। इसलिए नए सिरे से सीसीटीवी देखने का पुलिस प्लान कर रही है। 

गाड़ी के नम्बर प्लेट से की गई छेड़छाड़ 
जज द्वारा दर्ज कराये गए मुकदमे में बोलेरो का नंबर UP 81 7882 बताया गया है। यह नंबर अलीगढ़ जनपद आरटीओ का है, लेकिन अधूरा है। इसके चलते 7882 की सभी सीरीज आरटीओ से दिखाई गई है। इस नंबर पर किसी भी सीरीज में बोलेरो गाड़ी का पंजीकरण नहीं पाया गया है। ऐसे में यही माना जा रहा है की वारदात को अंजाम देने वालों ने जानबूझकर भ्रमित करने के इरादे से फर्जी नंबर प्लेट लगाया है। जिससे बदमाश वारदात को अंजाम देकर आसानी से निकल जाए और पुलिस अलीगढ़ में ही घूमती रहे। वहीं, बोलेरो के गाड़ी के नंबर के आधार पर जानकारी नहीं मिलने पर पुलिस ने आरटीओ से सफेद रंग की सभी बोलेरो गाड़ी का डाटा मांगा है। जिससे कोई सफलता मिल सकें। यह भी हो सकता है कि नंबर प्लेट से जानबूझ कर छेड़छाड़ की गई हो क्यों कि दो नम्बर गायब बताये जा रहे है।  

जज ने सुन्दर भाटी गैंग को सुनाई थी आजीवन कारावास की सजा 
फर्रुखाबाद में तैनात जज डॉ.अनिल कुमार सिंह ने थाना खैर में घटना के 11 दिन बाद मुकदमा दर्ज कराया है। जिसमें उन्होंने बताया कि दिवाली पर वह अपनी गाड़ी से नोएडा जा रहे थे। खैर थाना क्षेत्र के गौमत चौराहे पर जट्टारी की ओर जाते समय बोलेरो सवार पांच अज्ञात लोगों ने उनकी गाड़ी को रोकने और हमले का प्रयास किया। उन्होंने मुकदमे में यह भी बताया कि गौतमबुद्ध नगर में तैनाती के दौरान सुंदर भाटी और उनके गिरोह के 11 लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। इसी फैसले को लेकर उन्होंने अंदेशा जताया कि सुंदर भाटी और उनके गिरोह के सदस्य बदला लेने के इरादे से हमला करना चाहते हैं।

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