Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण (GNIDA) ने ग्रेटर नोएडा के मास्टर प्लान 2041 पर तेजी से काम करने की तैयारी शुरू कर दी है। GNIDA क्षेत्र में पानी, सीवर और बारसात के पानी की निकासी के लिए ड्रेन की व्यवस्था करने के लिए एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार करने के लिए सलाहकार को नियुक्त करने के लिए निविदा जारी की है।
14 को प्रि-बिड और 28 नवंबर तक कर सकेंगे आवेदन
प्राधिकरण द्वारा जारी किए गए टेंडर के अनुसार सलाहकार कंपनी को पेयजल आपूर्ति, जल निकासी और सीवेज ट्रीटमेंट के लिए बुनियादी ढांचे की योजना तैयार करनी होगी। यह मास्टर प्लान 2021 में जनसंख्या घनत्व के आधार पर होगा और फिर 2041 की योजना के लिए मूल्यांकन किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि प्रि-बिड मीटिंग 14 नवंबर को होगी और सलाहकार बनने की इच्छुक कंपनियां 28 नवंबर तक अपने आवेदन प्राधिकरण के पास जमा कर सकेंगी। 2 दिसंबर को आवेदकों से मिली टैक्निकल बिड खोली जाएगी।
सलाहकार को तैयार करनी होगी डीपीआर
तकनीकी बिड में सफल रहने वाली कंपनियों की फाइनेंशियल बिड खोली जाएगी। इसमें चुनी गई सलाहकार एजेंसी को आगामी 15-20 सालों के लिए पेयजल, सीवेज और बरसात के पानी निकासी के लिए सभी प्रकार की प्रणालियों पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करेनी होगी। इसके साथ ही पेयजल के लिए मौजूदा स्ट्रक्चर का का विश्लेषण करना होगा। जिससे भविष्य के लिए बेहतरा योजनाएं और व्यवस्थाएं तैयार की जा सकें।
पेयजल आपूर्ति पर करना होगा फोकस
सलाहकार कंपनी को डेटा सत्यापन, साइट मूल्यांकन, नेटवर्क मूल्यांकन करने के साथ ही गंगाजल ट्रीटमेंट संयंत्र की भी समीक्षा करनी होगी कि आने वाले समय में आबादी बढ़ने पर कितने गंगाजल की मांग होगी और उसे कहां स्टोर कर किस प्रकार से वितरित किया जाएगा। इसके अलावा प्रबंधन प्रणालियां विकसित करने की योजना बनानी होगी और मीटरिंग के साथ सप्ताह में सातों दिन 24 घंटे जलापूर्ति की व्यवस्था को कैसे बनाया जाएख् इसकी जानकारी भी डीपीआर में देनी होगी।
दो चरण में कार्य करेगी सलाहकार एजेंसी
सलाहकार एजेंसी का कार्य दो चरण में पूरा होगा। पहले चरण सलाहकार को मौजूदा बुनियादी ढांचे का गहन विश्लेषण करना है, जिसमें तत्काल सुधार की जरूरत की पहचान करते हुए उसे दूर करने के उपाय भी बताए जाएंगे। यह पांच साल की कार्ययोजना के साथ एक डीपीआर भी तैयार करेगा। दूसरे चरण में सलाहकार एजेंसी इसमें खर्च होने वाले विस्तृत बजट अनुमान और डिजाइन शामिल तैयार करेगी। जिससे पहले चरण के निष्कर्षों के आधार पर चरणबद्ध तरीके से सभी योजनाओं और व्यवस्थाओं को बेहतर करने के लिए कार्यान्वयन संभव हो सकेगा।
यह है मास्टर प्लान 2041
ग्रेटर नोएडा के प्रस्तावित मास्टर प्लान 2041 का उद्देश्य नोएडा की सीमा का विस्तार करके 80 गांवों को शामिल करना है। यह दादरी-नोएडा-गाजियाबाद निवेश क्षेत्र (डीएनजीआईआर) का विस्तार करने पर केंद्रित है, जिसे न्यू नोएडा के नाम से भी जाना जाता है। इस योजना में 40 प्रतिशत भूमि औद्योगिक उपयोग के लिए, 18 प्रतिशत ग्रीन एरिया के लिए और 18 प्रतिशत आवासीय क्षेत्रों के लिए आवंटित की गई है।