वायु प्रदूषण रोकने के लिए प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने यूपीएसआईडीसी पर 25 लाख रुपए का जुर्माना लगाने की सिफारिश की है। विभाग का कहना है कि यूपीएसआईडीसी की सड़कें बहुत खराब हैं। इसके चलते धूल उड़ती रहती है और प्रदूषण बढ़ता है। इसके अलावा औद्योगिक कचरा मिलने पर 25 लाख रुपए का और जुर्माना और वसूलने की सिफारिश की गई है। साथ ही यूपीएसआईडीसी से कहा गया है कि वह पता करे कि यह कचरा किसने डाला है और उसी से जुर्माना की राशि वसूल की जाए।
बढ़ते वायु प्रदूषण पर प्रदूषण नियंत्रण विभाग कार्रवाई तेज कर दी है। विभाग की टीम ने यूपीएसआईडीसी के क्षेत्र का दौरा किया। दौरे में यूपीएसआईडीसी की सड़कें बहुत खराब मिली। इन सड़कों के चलते चलते धूल उड़ती रहती है। नतीजा प्रदूषण बढ़ जाता है।
प्रदूषण नियंत्रण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी भुवन प्रकाश यादव ने बताया कि यूपीएसआईडीसी से 25 लाख रुपए जुर्माना वसूलने की सिफारिश की गई है। उन्होंने अपने हेड ऑफिस को पत्र भेज दिया है। अब यूपीएसआईडीसी से जुर्माना वसूल किया जाएगा। इसके अलावा यूपीएसआईडीसी क्षेत्र में औद्योगिक कचरा पड़ा हुआ मिला। यह कचरा किसका है, पता नहीं चल पाया। इस पर 25 लाख का जुर्माना लगाया गया है।
विभाग ने यूपीएसआईडीसी से कहा है कि वह पता करे कि यह कूड़ा किसका है उसके बाद उससे यह पैसा वसूल किया जाए। प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने प्लास्टिक कचरा मिलने पर 25 हजार और जलता हुआ कूड़ा मिलने 5 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है।