दादरी कस्बे के नए बाईपास पर स्थित एक निजी अस्पताल को जिला स्वास्थ विभाग ने सीज कर दिया है। आरोप है कि करीब तीन माह पूर्व अस्पताल में एक महिला का प्रसव किया गया था। इस दौरान लापरवाही होने से चार दिन बाद बच्चे की मौत हो गई। जिसके बाद प्रकरण की मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की गई थी। मंगलवार को मुख्य चिकित्साअधिकारी ने अस्पताल को सीज कर दिया है।
14 नवंबर 2020 को जारचा की रहने वाली एक महिला को प्रसव के लिए नहर बाईपास पर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला के पति का आरोप है कि प्रसव के दौरान महिला का गलत तरह से उपचार किया गया। अस्पताल प्रशासन जबरदस्ती सामान्य प्रसव के लिए प्रयासरत था, क्योंकि अस्पताल में ओप्रशन की व्यवस्था नहीं थी। कई घंटे बाद बेटे का जंम हुआ। मगर बच्चे को सांस लेने में परेशानी हो रही थी। इसलिए अन्य अस्पताल में बच्चे को वैंटिलेटर पर रखा गया। जहां 5 दिन बाद बच्चे की मौत हो गई। इसके बाद नवजात के पिता ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की थी। जिसके बाद मंगलवार को जिला स्वास्थ विभाग की टीम ने अस्पताल को सीज कर दिया है।
पूरे परिवार में चार साल बाद हुआ था बच्चा
मृतक बच्चे के पिता ने बताया कि चार साल शादी के गुजर जाने के बाद भी कोई बच्चा नहीं हुआ था। बड़े भाई पर भी कोई बच्चा नहीं है, किसी तरह भगवान ने खुशी का माहौल दिया था। उसे भी अस्पताल की लापरवाही ने छीन लिया।