जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से जुड़ी खास खबर : इंडिगो शुरूआती 6 महीनों में यहां से 75 एयरक्राफ्ट उड़ाएगी, हब बनाने के लिए यमुना अथॉरिटी देगी जमीन

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Greater Noida News : इंडिगो एयरलाइंस ने जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण कर रही कंपनी जूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बीच करार हुए है। जिसके तहत इंडिगो एयरलाइंस जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को अपना बेस बनाएगी। अब  एयरलाइंस ने अपनी महत्वाकांक्षी विस्तार योजना की घोषणा की है। कंपनी जेवर में अपना नया हब स्थापित करेगी और चरणबद्ध तरीके से अपनी उड़ानों का विस्तार करेगी। यह जानकारी सोमवार को यमुना अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने दी है।

इंडिगो प्रशिक्षण केंद्र, कौशल विकास और सिमुलेशन केंद्र बनाएगी
यमुना अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि इंडिगो एयरलाइंस जेवर एयरपोर्ट शुरू होते ही पहले चरण में 25 विमान शुरू करेगी। अगले तीन चरणों में प्रत्येक में 25 और विमान जोड़े जाएंगे। इस तरह 6-8 महीनों के भीतर लगभग 75 विमान संचालन में होंगे। डॉ. अरुणवीर सिंह ने आगे कहा, "इस विस्तार के लिए इंडिगो को एक प्रशिक्षण केंद्र, कौशल विकास और सिमुलेशन केंद्र की आवश्यकता है। कंपनी ने इस उद्देश्य के लिए भूमि की मांग की है। यमुना सिटी के सेक्टर-29 में भूमि का प्रस्ताव दिया गया है।

इसी सप्ताह इंडिगो को जमीन देने का निर्णय होगा
सीईओ ने आगे बताया कि इस सप्ताह के अंत तक इस योजना पर अंतिम निर्णय होने की उम्मीद है। यह कदम इंडिगो के लिए एक बड़ा विस्तार होगा और भारतीय विमानन क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रभाव डालेगा। उन्होंने कहा, "हमने कंपनी को जमीन देने के लिए लिखित सहमति दे दी है। जल्दी भूमि आवंटन कर दिया जाएगा।"

जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा : उत्तर प्रदेश का गौरव
जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, जिसे नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नाम से भी जाना जाता है, उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले में स्थित एक निर्माणाधीन हवाई अड्डा है। यह परियोजना भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। यह हवाई अड्डा दिल्ली से लगभग 72 किलोमीटर दूर यमुना एक्सप्रेसवे के पास स्थित है। पूर्ण विकास के बाद यह हवाई अड्डा प्रति वर्ष लगभग 7-8 करोड़ यात्रियों को संभाल सकेगा। यह परियोजना क्षेत्र में रोजगार सृजन और आर्थिक विकास को बढ़ावा देगी। करीब 25,000 करोड़ रुपये के निवेश से इसका निर्माण चल रहा है। हवाई अड्डे को पर्यावरण के अनुकूल डिजाइन किया गया है, जिसमें सौर ऊर्जा का उपयोग और जल संरक्षण शामिल है। हवाई अड्डा सड़क, रेल और मेट्रो से जुड़ा होगा, जो इसे यात्रियों के लिए सुलभ बनाएगा। यह विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ एक अत्याधुनिक हवाई अड्डा होगा। जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा न केवल उत्तर प्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना है, बल्कि यह पूरे उत्तर भारत के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दबाव को कम करने में भी मदद करेगा।

इंडिगो एयरलाइंस : भारत की अग्रणी विमानन कंपनी
इंडिगो भारत की सबसे बड़ी और सबसे सफल निजी एयरलाइन है। यह कम लागत वाली वाहक के रूप में जानी जाती है और देश के विमानन उद्योग में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। इंडिगो की स्थापना 2006 में हुई थी और इसने अगस्त 2006 में अपनी पहली उड़ान भरी। यह भारतीय घरेलू विमानन बाजार में सबसे बड़ी हिस्सेदारी रखती है, जो लगभग 50% है। इंडिगो भारत के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों पर भी सेवाएं प्रदान करती है। कंपनी के पास एयरबस A320 और A321 विमानों का एक बड़ा और आधुनिक बेड़ा है। इंडिगो अपने कम किराए, समय की पाबंदी और विश्वसनीय सेवा के लिए जानी जाती है। यह तकनीकी नवाचारों और कुशल संचालन के लिए प्रसिद्ध है। कंपनी लगातार अपने नेटवर्क और सेवाओं का विस्तार कर रही है। इंडिगो को कई बार सर्वश्रेष्ठ घरेलू एयरलाइन का पुरस्कार मिल चुका है। इंडिगो ने भारतीय विमानन क्षेत्र में एक नया मानदंड स्थापित किया है। इसकी कुशल संचालन और ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण ने इसे न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी एक प्रमुख एयरलाइन बना दिया है। कंपनी का लक्ष्य अपने नेटवर्क का विस्तार करना और अधिक यात्रियों को सस्ती और विश्वसनीय हवाई यात्रा प्रदान करना है।

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