BIG BREAKING : योगी सरकार ने बढ़ाया नोएडा एयरपोर्ट का क्षेत्रफल, अब इतने हेक्टेयर जमीन पर बनेगा एशिया का सबसे बड़ा हवाईअड्डा

Google Photo | नोएडा एयरपोर्ट की साइट पर योगी आदित्यनाथ (File Photo)



Greater Noida News : उत्तर प्रदेश सरकार ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की जमीन को लेकर बड़ा बदलाव किया है। पहले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट 5000 हेक्टेयर भूमि पर विकसित होना था, लेकिन अब जमीन का क्षेत्रफल बढ़ा दिया गया है। अब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का भूमि क्षेत्रफल 6286.73 हेक्टेयर होगा। उत्तर प्रदेश के चीफ मिनिस्टर योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट बैठक में इस बात को मंजूरी दी गई है। लखनऊ में एक हाईलेवल बैठक हुई है, जिसमें यमुना प्राधिकरण के मास्टर प्लान 2041 और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट समेत काफी मुद्दों पर चर्चा की गई है। इस बैठक के दौरान काफी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है, जिसमें से जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का जमीन क्षेत्रफल बढ़ाना भी एक बड़ा फैसला है।

एयरपोर्ट के आसपास इंडस्ट्री विकसित होगी
इसी के साथ फैसला लिया गया है कि अब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के आसपास कृषि जमीन नहीं होगी। अब एयरपोर्ट के आसपास इंडस्ट्री विकसित की जाएगी। इसकी मंजूरी भी योगी सरकार ने दे दी है। यमुना सिटी के सेक्टर-8A, सेक्टर-8B, सेक्टर-8C, सेक्टर-8D और सेक्टर-8E में इंडस्ट्री लगाई जाएगी। इसके अलावा सेक्टर-7, सेक्टर8, सेक्टर-31डी, सेक्टर-23G, सेक्टर-23I और 23E में हर प्रकार की व्यावसायिक सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।

जेवर एयरपोर्ट के लिए सुपरफास्ट कनेक्टिविटी
जेवर में बन रहा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कनेक्टिविटी के मामले में सब को मात देगा। एयरपोर्ट के लिए मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी विकसित की जा रही है। देश-विदेश के एयरपोर्ट से बेहतर यहां की कनेक्टिविटी होगी। एयरपोर्ट तक पहुंचने में लोगों को मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी। जेवर एयरपोर्ट को मेट्रो, एक्सप्रेसवे, नेशनल हाईवे, बुलेट ट्रेन और नई मार्गों से जोड़ा जाएगा। यानी दिल्ली एयरपोर्ट से आप सीधे मेट्रो से जेवर एयरपोर्ट पहुंच पाएंगे। बुलेट ट्रेन भी जेवर एयरपोर्ट तक के आवागमन को आसान करेगी। दिल्ली-वाराणसी कॉरिडोर जेवर एयरपोर्ट के बराबर से निकलेगा। बुलेट ट्रेन का स्टेशन टर्मिनल बिल्डिंग में बनाया जाएगा। यह एयरपोर्ट 4 हाईवे से जुड़ा होगा। यमुना एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे, दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे और एनएच-91 से जुड़ा होगा। इस एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए आप सड़क मार्ग, मेट्रो और बुलेट ट्रेन को अपना सकते हैं। एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए ये विकल्प इसको सबसे अलग करेगा। इन सभी परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है।

अन्य खबरें