काजल झा कैसे बनी रवि काना की राइट हैंड : आठ साल पहले गैंग में शामिल होने से जेल जाने तक की कहानी 

Tricity Today | काजल झा और रवि काना



Greater Noida News : गौतमबुद्ध नगर के सबसे बड़े स्क्रैप माफिया रवि काना (Ravi Kana) इस वक्त किसी पहचान का मोहताज नहीं है उसके जुर्म की कहानी तो हर कोई जानता है। स्क्रैप माफिया रवि काना अपने कारनामों की वजह से पूरे उत्तर प्रदेश में मशहूर हो गया है। गैंगस्टर रवि काना और काजल झा (Kajal Jha) पहले आरोपी है जिनको थाईलैंड से भारत गिरफ्तार कर लाया गया है। इस इंटरनेशनल गिरफ्तारी के बाद काजल झा खूब सुर्खियां बटोर रही है। गिरफ्तारी के दौरान वह ब्रांडेड टीशर्ट और जींस और कैप पहने हुए दिखाई दी। आइए जानते हैं कि काजल झा किस तरह इस स्क्रैप की दुनिया में घुसी और करोड़ों की मालकिन बन गई।

पिता देखते थे मुंशी का काम 
स्क्रैप माफिया रवि काना की राइट हैंड काजल झा के पिता स्क्रैप माफिया रवि काना के काले कारोबार में मुंशी का काम देखते थे। इसी बीच काजल झा स्क्रैप माफिया रवि काना के सम्पर्क में आ गई। रवि की दोस्ती ने उसे गैंगस्टर बना दिया। इसके बाद वह मालकिन बन गई। काजल झा माफिया के कालेकारोबार के फाइनेंस का काम देखती थी। कंपनियों का लेखा-जोखा काजल झा के पास रहता था। मूल रूप से बिहार के रहने वाले सुनील कुमार ग्रेटर नोएडा की जेपी ग्रीन सोसाइटी में रहते हैं। पुलिस के मुताबिक, सुनील कुमार स्क्रैप माफिया रवि काना के यहां मुंशी का काम देखते थे। करीब आठ साल पहले माफिया ने मुंशी की बेटी काजल झा को अपने गैंग में शामिल कर लिया। 

दिल्ली में बनाया बंगला 
काजल झा ग्रेटर नोएडा के एक कॉलेज से बीकॉम की पढ़ाई कर चुकी है। इसके चलते माफिया ने गैंग में उसे फाइनेंस का काम देखने के लिए जिम्मेदारी दे दी। काजल झा धीरे-धीरे माफिया रवि काना की करीबी होती चली गई और वह मालकिन बन गई। रवि ने काजल के नाम पर दिल्ली के न्यूफ्रेंड्स कॉलोनी में एक बंगला खरीदा। बंगलेमेंरहकर काजल झा लाइफ स्टाइल जिंदगी जी रही थी। काजल झा महंगे कपड़े, जूते, घड़ी चश्मा और अच्छे खानपान की शौकीन है। पुलिस की गिरफ्तारी के दौरान भी काजल ब्रांडेड कपड़े, जूते और टोपी पहने हुए दिखाई दी।थाईलैंड पुलिस ने मंगलवार को रवि काना और काजल झा को बैंकॉक में पकड़ा था। शनिवार को दोनों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। 

गिरफ़्तारी से जेल जाने तक का सफर 
रवि और काजल की गिरफ्तारी 23 अप्रैल को थाईलैंड के बैंकॉक से हुई थी। पुलिस ने दोपहर करीब 1:00 बजे दोनों को गिरफ्तार किया था। उसके बाद 25 अप्रैल की रात 11:30 बजे दोनों दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे। वहां पर 26 अप्रैल की सुबह करीब 2:30 बजे इमीग्रेशन की कार्रवाई पूरी हुई। 26 अप्रैल की सुबह 7:30 बजे नोएडा पुलिस को सूचना मिली। उसके बाद 26 अप्रैल की दोपहर 2:00 बजे नोएडा पुलिस की टीम एयरपोर्ट पर पहुंची। शाम 4:00 बजे दोनों को पुलिस नॉलेज पार्क थाने लेकर आई और पूछताछ शुरू की गई। उसके बाद 27 अप्रैल की दोपहर 2:00 बजे रवि काना और काजल झा को जिला अदालत में पेश किया गया। वहां से दोनों को जेल भेज दिया।

अन्य खबरें