Noida News : दिल्ली-एनसीआर के बड़े रियल एस्टेट कारोबारी सुपरटेक ग्रुप के चेयरमैन आरके अरोड़ा को गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने फिलहाल राहत दे दी है। उत्तर प्रदेश भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण (यूपी रेरा) की आरसी पर सुपरटेक समूह ने 2 करोड़ रुपए का भुगतान किया है। कंपनी की ओर से जिला प्रशासन को बताया गया है कि 5 करोड़ रुपए का सेटलमेंट सीधे तौर पर फ्लैट खरीदारों से कर लिया गया है। बाकी 19 करोड़ रुपये का भुगतान 15 जून तक कंपनी खरीदारों को किया जाएगा। इस तरह सुपरटेक ग्रुप की कंपनियों पर बकाया यूपी रेरा की आरसी खत्म हो जाएंगी। यह जानकारी दादरी के उपजिलाधिकारी ने दी है। एसडीएम ने बताया कि आरके अरोड़ा को घर वापस भेज दिया गया है। दूसरी ओर गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी मनीष वर्मा ने कहा, "आम आदमी का बकाया पैसा वसूल करने के लिए हर संभव कठोर कदम उठाया जाएगा। यह जानकारी हम पहले ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दे चुके हैं। सभी बकायादार बिल्डरों को कई बार नोटिस भेजे जा चुके हैं।
इस तरह आरके अरोड़ा को मिली राहत
उत्तर प्रदेश भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण की ओर से सुपरटेक समूह की कंपनियों के खिलाफ 34 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत के रिकवरी सर्टिफिकेट फ्लैट खरीदारों के हक में जारी किए गए थे। इस पैसे की वसूली करने के लिए गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी मनीष वर्मा ने विशेष अभियान चला रखा है। इसी सिलसिले में सोमवार की शाम दादरी तहसील की रेवेन्यू टीम ने सुपरटेक समूह के चेयरमैन आरके अरोड़ा को हिरासत में ले लिया। आरके अरोड़ा को राजस्व विभाग की टीम दादरी तहसील लेकर पहुंची। यह जानकारी सामने आने के बाद पूरे सुपरटेक समूह में खलबली मच गई। आनन-फानन में कंपनी के तमाम अफसर दादरी तहसील पहुंचे। कंपनी ने राजस्व विभाग को बताया कि फ्लैट खरीदारों के साथ सीधे तौर पर पांच करोड़ रुपये के सेटलमेंट कर लिए गए हैं। दादरी के एसडीएम आलोक गुप्ता ने बताया कि सुपरटेक कंपनी ने 2 करोड़ रुपये का चेक रिकवरी सर्टिफिकेट के सापेक्ष दिया है। उन्होंने 5 करोड़ रुपए का सेटलमेंट सीधे तौर पर फ्लैट खरीदारों के साथ किया है। 15 जून तक बकाया 19 करोड़ रुपये और जमा करने की मोहलत मांगी है। उन्हें 15 जून तक सभी आरसी के सापेक्ष फ्लैट खरीदारों को पैसा वापस लौटने की मोहलत दी गई है। इस आधार पर आरके अरोड़ा को फिलहाल रिहा किया गया है। वह अपने घर वापस लौट गए हैं।
कंपनी ने कहा- भुगतान करेंगे
दूसरी ओर कंपनी के प्रवक्ता राजेश कुमार ने कहा, "सुपरटेक के चेयरमैन आरके अरोड़ा को नियमित बैठक के लिए अपर जिलाधिकारी ऑफिस में बुलाया गया था। रिकवरी सर्टिफिकेट से जुड़ा मामला था। चेयरमैन को एक भुगतान योजना जिला प्रशासन की ओर से दी गई है। उसको पूरा किया जाएगा।"