Social Media | नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे (Noida- Greater Noida Expressway) पर मरम्मत कार्य
Greater Noida: नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे (Noida- Greater Noida Expressway) पर मरम्मत कार्य की डेडलाइन फिर बढ़ा दी गई है। अब इसे 30 नवंबर तक पूरा कराए जाने का आदेश दिया गया है। इससे पहले सीईओ ऋतु महेश्वरी (CEO Ritu Maheshwari IAS) ने अक्टूबर तक इस एक्सप्रेसवे की मरम्मत का काम पूरा कर यातायात को सामान्य ढंग से बहाल करने का आदेश दिया था। मगर अब नई तिथि तय की गई है। जबकि एक्सप्रेसवे पर रोजाना हजारों वाहन सुबह-शाम भारी ट्रैफिक का दबाव झेल रहे हैं।
बताते चलें कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर 20 किलोमीटर सड़क की मरम्मत का काम चल रहा है। अब तक 5 बार इसकी डेडलाइन बदली गई है। पहले अगस्त में इस परियोजना का काम अक्टूबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन पिछले 1 महीने से बारिश की वजह से काम में बाधा आई है। इसलिए अब अक्टूबर से हटाकर नवंबर की तिथि कर दी गई है। इससे काम कराने वाली कंपनी को 1 महीने और का वक़्त मिला है। बताते चलें कि सबसे पहले इस मरम्मत कार्य को 2 जून तक पूरा करने के लक्ष्य के साथ काम शुरू हुआ था। फिर इसे बढ़ाकर जुलाई, अगस्त, अक्टूबर और अब नवंबर किया गया है। हाल ये है कि इस एक्सप्रेसवे की मरम्मत का अब तक सिर्फ 30 फ़ीसदी काम ही पूरा हो सका है।
मार्शल और पुलिस कर्मी करेंगे मदद
हालांकि सुबह शाम और अक्सर पूरे दिन होने वाले ट्रैफिक जाम को देखते हुए सीईओ ऋतु महेश्वरी ने ट्रैफिक मार्शल तैनात करने का आदेश दिया है। इसके अलावा नोएडा ट्रैफिक पुलिस के कर्मी भी तैनात रहेंगे। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने कंपनी को चेतावनी देते हुए हर हाल में नवंबर तक काम पूरा करने का आदेश दिया है। इस बार अगर कोई भी लापरवाही हुई तो कंपनी का अनुबंध निरस्त किया जाएगा और उसे ब्लैक लिस्ट किया जाएगा। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर मरम्मत का काम सीएस इंफ्रा कंस्ट्रक्शन कर रही है। कंपनी की लापरवाही लोगों पर भारी पड़ रही है। रोजाना हजारों वाहन चालकों को घंटों जाम में गुजारना पड़ रहा है। फिलहाल काम बंद चल रहा है, फिर भी यातायात प्रभावित रहता है।
कम ट्रैफिक के वक्त होगा काम
प्राधिकरण के अफसरों ने बताया कि अगले 2 महीने में काम पूरा करने का प्लान मांगा गया है। कंपनी बताएगी कि किस-किस स्टेज पर कितने दिनों में काम पूरा होगा। इसकी जानकारी शनिवार तक देनी होगी। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने अफसरों को आदेश दिया है कि वे जेई, एपी और पीई जैसे अफसरों से नियमित रूप से काम का जायजा लेते रहें। यातायात कम प्रभावित हो, इसको ध्यान में रखते हुए अब निर्माण कार्य देर रात और दोपहर में किया जाएगा। इस दौरान यातायात कम रहता है। अफसरों का कहना है कि रात 11:00 से सुबह 7:00 तक तेज रफ्तार से काम होगा। इसके बाद सुबह 11:00 से दोपहर 4:00 बजे तक काम में तेजी रहेगी।
देरी हुई तो करार निरस्त होगा
सीईओ ऋतु महेश्वरी ने बीते दिनों निर्माण कंपनी और प्राधिकरण के वरिष्ठ अफसरों के साथ निर्माण कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने मरम्मत कार्य में लापरवाही को लेकर कंपनी के अफसरों को जमकर फटकार लगाई। चेतावनी देते हुए कहा गया है कि डेडलाइन में अगर काम पूरा नहीं हुआ, तो करार निरस्त किया जाएगा। उन्होंने मिक्स प्लांट, मशीन और मजदूरों की संख्या बढ़ाने का आदेश दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि निर्माण साइट से पहले बैरेकेडिंग की जाए, ताकि वाहन चालकों को अचानक ब्रेक न लगाना पड़े।