Greater Noida : टोक्यो पैरा ओलंपिक में गुरुवार को गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई बैडमिंटन के पुरुष सिंगल्स में अपना दम दिखाएंगे। गुरुवार की सुबह सुहास एलवाई का मैच जर्मनी के जन निकलस पोट से होगा। दोनों का मुलाबला काफी टक्कर का होने वाला है। सुहास एलवाई दुनिया के नंबर-3 बैडमिंटन खिलाड़ी हैं तो जन निकलस पोट ने भी बैडमिंटन के पुरुष सिंगल्स में महारत हासिल की है।
दुनिया के नंबर-3 बैडमिंटन खिलाड़ी
डीएम इससे पहले भी कई बड़े मेडल अपने नाम दर्ज कर चुके हैं। सुहास एलवाई दुनिया के नंबर-3 बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। सुहास एलवाई ने कहा, "वह फिर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की पुरजोर कोशिश करेंगे। इस बार फिर स्वर्ण पदक हासिल करना उनका लक्ष्य है।" आपको बता दें कि वर्ष 2018 में हुए पैरा ओलंपिक में सुहास एलवाई ने स्वर्ण पदक हासिल किया था।
2007 बैच के आईएएस अफसर हैं सुहास
सुहास लालिनकेरे यतिराज एक भारतीय पेशेवर पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी हैं और वर्ष 2007 बैच के आईएएस अफसर हैं। सुहास वर्तमान में पुरुष एकल में दुनिया में तीसरे नंबर पर हैं। गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी के रूप करीब डेढ़ वर्ष से कार्यरत हैं। वह पूर्व में प्रयागराज के जिला मजिस्ट्रेट के रूप में कार्यरत थे। तब मार्च 2018 में वाराणसी में आयोजित हुई दूसरी राष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर नेशनल चैंपियन बने थे।
कर्नाटक के मूल निवासी हैं सुहास एलवाई
सुहास लालिनाकेरे यतिराज का जन्म कर्नाटक के हासन में यतिराज एलके और जयश्री सीएस के घर हुआ था। प्रारंभिक स्कूली शिक्षा मांड्या जिले के पास डूड्डा में हुई। उनके पिता सरकारी कर्मचारी थे, इसलिए उन्हें अलग-अलग जगहों पर अपनी पोस्टिंग के दौरान पिता के साथ घूमना-फिरना पड़ता था। उन्होंने अपनी अधिकांश माध्यमिक शिक्षा डीवीएस स्वतंत्र कॉलेज शिवमोग्गा कर्नाटक में की। उन्होंने 2004 में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान सुरथकल कर्नाटक से कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग शाखा में विशिष्ट योग्यता के साथ प्रथम श्रेणी में स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
पत्नी ऋतु सुहास भी बहुमुखी प्रतिभा की धनी हैं
सुहास एलवाई की शादी ऋतु सुहास से हुई है। वह मिसेज इंडिया 2019 प्रतियोगिता की विनर रह चुकी हैं। ऋतु सुहास गाजियाबाद की अपर जिलाधिकारी हैं। वह एक पीसीएस अधिकारी हैं। इनकी बेटी सानवी 5 साल और बेटा विवान 2 साल का है। ऋतु सुहास को भी आम चुनावों में मतदाता जागरूकता में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया है।