ग्रेटर नोएडा में तेज रफ्तार वाहनों की अब खैर नहीं : जान पर खेलकर गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ यमुना अथॉरिटी ने लगाई लगाम 

यमुना सिटी | 5 महीना पहले | Jyoti Karki

Tricity Today | Symbolic



Greater Noida : यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) को मौत का एक्सप्रेस वे भी कहा जाता है। आपको बता दें कि इस एक्सप्रेसवे पर सबसे ज्यादा एक्सीडेंट होते हैं। सर्दियों में कोहरे के कारण यमुना एक्सप्रेसवे पर सड़क हादसे बढ़ जाते हैं। इसी को देखते हुए अब एक्सप्रेसवे पर वाहनों की गति पर लगाम लगाई गई है।  

तेज रफ्तार वाहनों पर होगी कार्रवाई 
एक्सप्रेसवे पर अब मौसम और गति की जानकारी देने वाले सिगनल्स और बोर्ड लगाए गए हैं। हादसों को रोकने के लिए यमुना प्राधिकरण जागरूकता अभियान चला रहा है। इसके अलावा चालकों को जागरूक करने के लिए पंफलेट भी बांटे जाएंगे। हादसों से बचने के लिए उपाय भी छापे गए हैं। यमुना एक्सप्रेसवे पर सतर्कता के साथ-साथ शक्ति भी बढ़ेगी। कोहरे के समय तय किए गए नियमों का पालन नहीं करने वाले वाहन चालकों का चालान किया जाएगा। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस गश्त करेगी और तेज रफ्तार से वाहन चलाने वालों पर नजर रखेगी।

शीतलहर से बचाव के लिए गाइडलाइन जारी
शीतलहर और ठंड से बचाव के लिए जिला प्रशासन ने मंगलवार को निर्देश जारी किए हैं। हालांकि, अभी अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस या इससे ज्यादा है। आने वाले दिनों में ठंड बढ़ेगी। आपदा विशेषज्ञ ने सलाह दी है कि विभिन्न माध्यमों से मौसम के पूर्वानुमान की जानकारी लेते रहना चाहिए। खुद को सूखा रखने, दस्ताने पहनने, टोपी और मफलर का उपयोग करने की बात कही गई है। नियमित रूप से तेल, पेट्रोलियम जेली या बॉडी क्रीम से शरीर को मॉइस्चराइज करने की बात कही है। वाहनों के लिए यमुना एक्सप्रेसवे पर वाहनों के चलने के लिए लेन तय हैं। 'भारी वाहन, हल्के वाहन और ओवरटेकिंग के लिए लेन निर्धारित हैं। लेन पर चलने से हादसों की आशंका कम हो जाती है।

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