हरियाणा में नायब सैनी 2.0 :  दूसरी बार बने सीएम, जानिये किन विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ  

Google Image | नायब सिंह सैनी



Gurugram News : हरियाणा में पूर्ण बहुमत प्राप्त करने के साथ ही भाजपा ने फिर से सरकार बना ली है। मुख्यमंत्री के रूप में नायब सिंह सैनी ने दूसरी पारी की शुरुआत की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में नायब सिंह सैनी ने हरियाणा के पंचकूला में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। नायब सैनी 2.0 में कई विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है। आईये जानते हैं कौन-कौन बनेंगे हरियाणा सरकार में मंत्री और किन्हें मंत्रीमंडल में जगह मिली है। 

13 विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ 
मुख्यमंत्री के रूप में नायब सिंह सैनी के साथ 13 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है। इस शपथ ग्रहण समारोह के साथ ही नायब सरकार में बंसी लाल परिवार की एंट्री भी हो गई है। श्रुति चौधरी को हरियाणा भाजपा सरकार में मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। इसके अलावा अनिल विज, कृष्ण लाल पंवार, राव नरबीर सिंह,  महिपाल ढांडा, विपुल गाेयल, डा. अरविंद शर्मा, रणबीर गंगवा, श्याम सिंह राणा, कृष्ण बेदी, आरती राव, गौरव गौतम और राजेश नागर ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। 

श्रुति चौधरी
तोशाम से विधायक बनी श्रुति चौधरी को भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। श्रुति चौधरी राज्यसभा सदस्य किरण चौधरी की बेटी हैं, जो कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुई थी। किरण चौधरी भिवानी से कांग्रेस की सांसद रह चुकी हैं। उन्होंने अपने चचेरे भाई बीसीसीआइ के पूर्व सेक्रेटरी अनिरुद्ध चौधरी को हराया था। श्रुति चौधरी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की पोती हैं। श्रुति चौधरी ने अंग्रेजी में शपथ ली।

अनिल विज
नायब सिंह सैनी के बाद अंबाला छावनी से सातवीं बार विधायक बने अनिल विज ने पद व गोपनीयता की शपथ ली। अनिल विज को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। अनिल विज मनोहर लाल की सरकार में गृह व स्वास्थ्य मंत्री रहे हैं। 

कृष्ण लाल पंवार 
इसराना से चुनाव लड़कर जीते कृष्ण लाल पंवार ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। विधायक का चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने हरियाणा से राज्यसभा की सीट भी छोड़ दी थी। कृष्ण लाल पंवार मनोहर लाल की सरकार में हरियाणा में परिवहन व आवास मंत्री रह चुके हैं। इन्हें दूसरी बार कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। कृष्ण लाल पंवार असंध से कई बार इनेलो के साथ चुनाव लड़े और कई बार विधायक रहे। इसराना से इनेलो के टिकट पर चुना लड़कर उन्होंने कांग्रेस के बलबीर वाल्मीकि को हराया। 2014 में इनेलो का दामन छोड़ भाजपा के पक्ष में चले गए। भाजपा से चुनाव लड़ा और फिर से कांग्रेस के बलबीर वाल्मीकि को हराया। 2019 के चुनाव में उन्हें बलबीर वाल्मीकि से हार का मुंह देखना पड़ा था। तब भाजपा ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया। 2024 के चुनाव मैदान में फिर से उतरे तो अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के बलबीर वाल्मीकि को 13,895 वोट के अंतर से हराने में कामयाब रहे। 

राव नरबीर सिंह
हरियाणा की सबसे बड़ी विधानसभा सीट बादशाहपुर से दूसरी बार विधायक चुने जाने के साथ ही राव नरबीर सिंह चौथी बार मंत्री बने हैं। उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। साल 2014 में पहली बार उन्होंने ही बादशाहपुर में भाजपा को जीत दिलाई थी। राव नरबीर सिंह पहली बार 26 साल की उम्र में साल 1987 में जाटूसाना से विधायक बने थे। उन्होंने राव इंद्रजीत सिंह को हराया था और उन्हें देवीलाल सरकार में गृह राज्यमंत्री बनाया गया था। 1996 में सोहना से विधायक चुने जाने के बाद बंसीलाल सरकार में परिवहन एवं सहकारिता मंत्री बनाया गया। साल 2014 में बादशाहपुर से जाते और मनोहर लाल सरकार में लोक निर्माण एवं वन मंत्री बने। अब नायब सैनी की सरकार में फिर से मंत्री बनाए गए हैं। 

विपुल गोयल
फरीदाबाद से विधायक चुने गए विपुल गोयल भी नायबर सैनी 2.0 सरकार में कैबिनेट मंत्री बने हैं। विपुल गोयल फरीदाबाद से दूसरी बार विधायक बने हैं। इससे पूर्व वह मनोहर सरकार में उद्योग मंत्री रहे थे। 2014 के पहली बार विधायक बने, 2019 में टिकट नहीं दिया गया, लेकिन भाजपा ने प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी। इस बार कांग्रेस के उम्मीदवार लखन सिंगला को 48,388 वोटों के अंतर से हराया है। 

महिपाल ढांडा
पानीपत ग्रामीण से विधायक बने महिपाल सिंह ढांडा इससे पहले भी नायब सिंह सैनी की सरकार में राज्य मंत्री रहे हैं। 2009 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई विधानसभा की पानीपत ग्रामीण सीट से 2014 में भाजपा से टिकट मिला। उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार धारा सिंह रावल को हराया था। 2019 में जजपा के देवेंद्र कादियान को हरा और इस बार लगातार तीसरी बार चुनाव में कांग्रेस के सचिन कुंडू को 50,212 वोट से हराया। 

गौरव गौतम
पलवल से विधायक बने गौरव गौतम को नायब सिंह सैनी सरकार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार की जिम्मेदारी दी गई है। गौरव पहली बार विधायक बने हैं। वह भाजपा नेता डॉ. अनिल जैन के निजी सचिव रह चुके हैं। उन्होंने पहली बार चुनाव लड़ा, जाते और अब राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार की जिम्मेदारी मिली है। 

राजेश नागर 
तिगांव से लगातार दूसरी बार विधायक बने राजेश नागर को भी नायब सैनी 2.0 सरकार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार की जिम्मेदारी दी गई है। राजेश नागर पहली बार 2014 में  चुनाव लड़े, लेकिन हार गए थे। 2019 फिर से भाजपा ने भरोसा दिखाया और उन्होंने कांग्रेस के ललित नागर को हराया। इस बार भाजपा ने फिर से टिकट दिया और लगातार दूसरी बार भी उन्होंने ललित नागर को हराकर विधायक पद जीता। ललित नागर इस बार निर्दलीय चुनाव लड़े थे। 

डॉ. अरविंद शर्मा
गोहाना से विधायक बने डॉ. अरविंद शर्मा रोहतक, करनाल व सोनीपत से सांसद रह चुके हैं। अब विधायक बनने के बाद उन्हें हरियाणा में दूसरी बार बनी नायब सिंह सैनी सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। 

श्याम सिंह राणा
भाजपा और इनेलों के बीच आते-जाते रहे श्याम सिंह राणा इस बार चुनाव में इनेलो का दाम छोड़ फिर से भाजपा में आए, तो उन्हें रादौर के विधायक प्रत्याशी बनाया गया। उन्होंने जीत दर्ज की तो उन्हें नायब सैनी सरकार में कैबिनेट मंत्री की शपथ दिलाई गई है। इससे पहले श्यसाम सिंह राणा मनोहर सरकार में मुख्य संसदीय सचिव रह चुके हैं। पिछले बार हुए चुनाव में में वह भाजपा छोड़कर इनेलो में चले गए थे। इस बार फिर से भाजपा में वापसी की थी। 

रणबीर गंगवा 
हरियाणा विधानसभा में उपाध्यक्ष रह चुके रणबीर गंगवा भी नायब सैनी सरकार में कैबिनेट मंत्री बने हैं। वह बरवाला से विधायक बने हैं। पिछली बार रणबीर गंगवा हिसार के नलवा हलके से विधायक चुने गए थे। इस बार उन्हें बरवाला से चुनाव लड़ाया गया और उन्हें जी दर्ज की, जिसके एवज में उन्हें मंत्री पद दिया गया है। 

कृष्ण बेदी
मनोहर सरकार में राज्य मंत्री रह चुके कृष्ण कुमार बेदी को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। कृष्ण बेदी नरवाना से विधायक चुने गए हैं। वह सीएम के राजनीतिक सचिव भी रहे हैं। पिछली बार शहबाद विधानसभा से चुनाव लड़ने वाले कृष्ण बेदी का चुनाव मैदान बदलकर नरवाना से उतारा गया था, जहां उन्होंने जीत दर्ज की।  

आरती राव 
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री राव बीरेंद्र सिंह की पोती आरती राव पहली बार विधायक चुनी गई है। और पहली बार में ही उन्हें हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। आरती राव ने अटेली से चुनाव लड़ा था। उनके दादा राव बीरेंद्र सिंह भी अटेली से चुनाव जीतकर मुख्यमंत्री बने थे।

अन्य खबरें