हापुड़ से बड़ी खबर : 134 किलोमीटर लंबे रूट पर निर्माण कार्य हुआ पूरा, अमृतसर से कोलकाता तक बन रहा है देश का सबसे बड़ा रेलवे कॉरिडोर

हापुड़ | 2 साल पहले | Shahrukh Khan

Tricity Today | 134 किलोमीटर लंबे रूट पर निर्माण कार्य हुआ पूरा



Hapur News : केंद्र सरकार के सबसे महत्वपूर्ण डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर (डीएफसीसी) पर शुक्रवार को आखिरकार लंबे इंतजार के बाद इंजन का सफल ट्रायल हो गया। खुर्जा से खतौली तक इंजन में बैठकर डीएफसीसी के मुख्य महाप्रबंधक और उनकी टीम के साथ-साथ निर्माण कार्य करने वाली कंपनी के अधिकारी मौजूद रहे। देर शाम करीब सवा छह बजे यह ट्रायल न्यू पिलखुवा में बनाए गए स्टेशन किल्हौड़ा में पहुंचा। जहां से सीधे मेरठ और वहां से खतौली के लिए रवाना हो गए। इस ट्रायल को निर्माण कंपनी के अधिकारियों ने सफल बताया है। जिसके बाद इस कारिडोर पर मालगाड़ियों के चलने की संभावना प्रबल हो गई है। मालगाड़ियों के एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रैक से हटने के बाद यात्रियों को भी राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।

134 किलोमीटर लंबे काॅरिडोर पर निर्माण कार्य हुआ पूरा
मालगाड़ियों का अलग से ट्रैक बनाने के लिए केंद्र सरकार दो कारिडोर का निर्माण करा रही है। खुर्जा से सहारनपुर तक एलएंडटी कंपनी की ओर से निर्माण कार्य कराया जा रहा है। खुर्जा से खतौली तक करीब 134 किलोमीटर लंबे इस कारिडोर पर निर्माण कंपनी की ओर से सभी काम को पूरा कर लिया था। जिसके बाद 31 मार्च को इस ट्रैक पर ट्रायल करने की तिथि निर्धारित की गई थी।
 
यह रहे मौजूद
शुक्रवार शाम करीब सवा चार बजे डीएफसीसी के मेरठ जोन के मुख्य महाप्रबंधक अनिल कालरा, मुख्य सुरक्षा सलाहकार आशीष चंद्रा, टीम लीडर फारूकी अहमद, परियोजना प्रबंधक विक्रम कोहली, एके सिंह, एलएंडटी कंपनी के प्रबंधक गुरविंदर सिंह, उप मुख्य परियोजना प्रबंधक राकेश बाबू, और आरके सिंह के अलावा मुख्य सुरक्षा प्रबंधक सचिन चौहान न्यू खुर्जा स्टेशन पहुंचे। जहां से इंजन में बैठकर डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर पर ट्रायल शुरू किया गया। शाम के समय यह ट्रायल इंजन हापुड़ और पिलखुवा से गुजरते हुए मेरठ के लिए रवाना हुआ। 

क्या कहते हैं अधिकारी
प्रबंधक एलएनटी गुरुविंदर सिंह ने बताया कि ट्रायल पूरी तरह से सफल हुआ है। कुछ छोटी-छोटी खामियों पर अधिकारियों ने दिशा-निर्देश दिया है। जिन्हें जल्द से जल्द दूर कर लिया जाएगा।मुजफ्फरनगर-सहारनपुर के बीच भी युद्धस्तर पर काम शुरू है और जैसे ही वहां का काम पूरा हो जाता है। वहां पर भी ट्रायल करने के बाद मालगाड़ियों का संचालन शुरू हो जाएगा।

अन्य खबरें