HapurNews : जिले में दीवाली पर्व पर जमकर हुई आतिशबाजी के बाद अब वातावरण में घुला जहर तेजी से फैलने लगा है। जिसकी वजह हापुड़ की आबोहवा जहरीली हो गई है। सीपीसीबी के अनुसार सोमवार की सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 277 तक पहुंच गया है। इस जहरीली हवा से लोगों को काफी दिक्क़त हो रही है।
तेजीसेबढ़नेलगाप्रदूषण
दरअसल, जिले में 31 अक्टूबर और 1 नवंबर को दीवाली पर्व के चलते दो रात जमकर आतिशबाजी हुई थी। हालांकि, रात को चली हवाओं के कारण दिवाली के अगले दिन AQI का स्तर 256 दर्ज किया गया था, दीवाली से पहले AQI काफी कम दर्ज किया गया था। लेकिन हवा की रफ्तार जैसे ही रुकी तो प्रदूषण का स्तर भी तेजी से बढ़ने लगा है। प्रदूषण की एक बार फिर गंभीर होती स्थिति से लोगों की सेहत पर भी असर दिखने लगा है। ऐसे में सांस लेना भी लोगों के स्वास्थ्य पर भारी पड़ रहा है, बुजुर्गों और बच्चों में सांस लेने की समस्या रही। स्मॉग की स्थिति को देखते हुए डॉक्टर बच्चों और बुजुर्गों को घरों में रहने की सलाह दे रहे हैं। डॉक्टर बताते है प्रदूषण में पार्टिकल PM2.5 और PM10 का अहम रोल होता है। सीपीसीबी के अनुसार इनकी मात्रा भी लगातार बढ़ रही है। सोमवार को PM2.5 की अधिकतम मात्रा 277 दर्ज की गई। जबकि PM10 की अधिकतम मात्रा 344 तक पहुंच गई है।
क्याबोलेअफसर
जिले के अधिकारियों का कहना है कि प्रदूषण के बढ़ते स्तर को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन द्वारा सख्त कदम उठाए जा रहे है। संबंधित विभागों को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया जा चुका है। वे खुद इसकी निगरानी करेंगी। किसी भी कीमत में लापरवाही बर्दाश नहीं की जाएगी।