हापुड़ से अच्छी खबर : मिनी हरिद्वार को लगेंगे विकास के पंख, 600 करोड़ की लागत से बनेगा ईको पार्क, पढ़िये पूरा प्लान

हापुड़ | 11 महीना पहले | Shahrukh Khan

Trycity | Symbolic



Hapur News : मिनी हरिद्वार कहे जाने वाले तीर्थ गंगा नगरी ब्रजघाट अब धार्मिक स्थान ही नहीं, उद्योगों की भी पहचान बनेगा। उद्योगों और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ब्रजघाट में रिसोर्ट, टूरिज्म विलेज और ईको पार्क का निर्माण किया जाएगा। इस योजना को धरातल पर लाने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस पर 600 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।  

व्यापारियों ने दिया था प्रस्ताव 
जिला उद्योग केंद्र को इसके लिए करीब 600 करोड़ रुपए के प्रस्ताव मिले हैं। इनमें गाजियाबाद के उद्यमियों ने ब्रजघाट के पास 700 बीघा भूमि में रिसोर्ट, विलेज टूरिज्म और ईको पार्क बनाने का प्रस्ताव दिया था। हाल ही में पर्यटन विभाग के विशेषज्ञों ने कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित बैठक में उद्यमियों को गंगा किनारे निवेश करने के लिए प्रेरित किया गया था। उन्होंने व्यापारियों और निवेशकों को बताया था कि प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में गढ़मुक्तेश्वर शामिल है। ऐसे में पर्यटन स्थल और टूरिज्म के रूप में इसे विकसित करते हुए यहां वाइल्ड लाइफ, डाॅल्फिन वाॅच सेंटर, बोटिंग, धरामिग आयोजन के लिए स्थान,  अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस घाट निर्माण, गेस्ट हाउस, होटल बनाए जाने का प्रस्ताव है। इसके लिए जिला प्रशासन निवेशकों को अपनी तरफ से पूरी सुविधा मुहैया कराएगा। 

उद्योग, रिसोर्ट और टूरिज्म विलेज
इस परियोजना में 125 करोड़ का प्रस्ताव पसवाड़ा होटल एंड रिसोर्ट प्राइवेट लिमिटेड, 100 करोड़ का प्रस्ताव एसएमसी प्राइवेट लिमिटेड, 10 करोड़ का प्रस्ताव राज योगा एंड रिसर्च सेंटर, 32 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव अर्जुन सिंहल ने रिसोर्ट एवं विलेज टूरिज्म क्षेत्र में दिया था। कुल मिलाकर करीब 700 बीघा भूमि में रिसोर्ट, विलेज टूरिज्म और ईको पार्क बनाने का रास्ता साफ होता दिख रहा है। सरकार की तरफ से भी उद्यमियों की मदद के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं, ताकि उद्योगों की स्थापना में उद्यमियों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो। अधिकारी भी जानते हैं कि एनसीआर के नजदीक होने और जिले के चारों तरफ एक्सप्रेसवे के निकलने से यहां उद्योगों को स्थापित करने में काफी आसानी होगी। अधिकारियों की मानें तो इस दिशा में किए गए प्रयासों का सार्थक प्रभाव सामने आने लगा है। आने वाले चार पांच माह में यह पूरा प्रोजेक्ट धरातल पर होगा। इससे निश्चित रूप से गंगा क्षेत्र में विकास और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। जल्द ही इस दिशा में काम तेजी से होगा। 

पर्यटन विभाग भी कर रहा है काम 
निजी निवेशकों के साथ पर्यटन विभाग भी इस दिशा में कार्य कर रहा है। ब्रजघाट में जाम की समस्या को दूर करने, यहां के विकास कार्यों के लिए करोड़ों रुपये के कार्य शासन में प्रस्तावित हैं। इन सभी कार्यों के एक साथ निर्माण के बाद निश्चित रूप से गढ़ गंगा ब्रजघाट क्षेत्र में सूरत बदलेगी। 

क्या बोले अधिकारी
उद्योग विभाग के उपायुक्त शैलेंद्र सिंह ने कहा कि ब्रजघाट क्षेत्र के लिए पूर्व में काफी संख्या में प्रस्ताव मिले थे। रिजोर्ट, विलेज, टूरिज्म और ईको पार्क के लिए अधिकतम बाधाएं दूर हो चुकी हैं। यह परियोजना शीघ्र ही जमीन पर उतरेगी।

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