बड़ी खबर : कानपुर में कपड़ा कारोबारी के बेटे की अपहरण के बाद हत्या, ट्यूशन टीचर ने दिया वारदात को अंजाम

कानपुर | 1 साल पहले | Subodh Kumar

Tricity Today | कुशाग्र कनोडिया



Kanpur News : यूपी के कानपुर में एक कपड़ा कारोबारी के बेटे की अपहरण के बाद हत्या की घटना से इलाके में सनसनी फैल गई। बताया जाता है कि बदमाशों ने कारोबारी के बेटे को छोड़ने के बदले 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। सूचना के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।  

क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, कपड़ा कारोबारी मनीष कनोडिया का कपड़ों का बड़ा कारोबार है। सोमवार शाम करीब चार बजे उनका 16 वर्षीय बेटा कुशाग्र कनोडिया अचानक लापता हो गया। बेटे के लापता होने के बाद परिवार के लोगों ने उसकी हर संभावित जगहों पर तलाश की। उसके दोस्तों से भी पूछताछ की गई। लेकिन, कोई जानकारी नहीं मिलने पर पुलिस को सूचना दी गई। 

रात नौ बजे मांगी 30 लाख की फिरौती
बताया जाता है कि सोमवार की रात करीब 9 बजे बदमाशों ने एक पत्र भेजकर 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी। परिवार के लोग पत्र पढ़कर सदमें में आ गए। उन्होंने फिरौती की जानकारी पुलिस को दी। इस सूचना पर रायपुरवा पुलिस ने जाल बिछाया और अपहरणकर्ताओं की लोकेशन का पता लगाने में जुट गई। लेकिन, राज खुलता देख बदमाशों ने कुशाग्र कनोडिया की हत्या कर दी। 

आरोपियों तक ऐसे पहुंची पुलिस
कुशाग्र का शव मिलने के बाद पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की। शक के आधार पर पुलिस ने कुशाग्र को ट्यूशन पढ़ाने वाली टीचर को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो मामला खुल गया। टीचर ने बताया कि उसे पैसों की सख्त जरूरत थी। उसे लगा कि कुशाग्र के पिता उसकी डिमांड पूरी कर सकते हैं। इसके लिए उसने अपने दो साथियों के साथ कुशाग्र को अगवा करने का प्लान बनाया। प्लान के मुताबिक, उसका अपहरण कर लिया गया। लेकिन, पुलिस की सक्रियता देखकर वे घबरा गए और भेद खुलने के डर से कुशाग्र को मार दिया। महिला टीचर के बयान के आधार पर उसके दो साथियों को भी हिरासत में लिया गया। पैसे के लिए कुशाग्र को अगवा कर उसकी हत्या करने की बात कबूल करने पर पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

अन्य खबरें