Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
नोएडा और ग्रेटर नोएडा के निवासियों को कोरोना वायरस से संघर्ष करते हुए सोमवार को 100 दिन पूरे हो गए हैं। 100 दिन की लड़ाई में अभी सफलता मिलती नजर नहीं आ रही है। बड़ी बात यह है कि पिछले तीन महीनों में जितने लोग चपेट में आए थे, उतने ही जून के 14 दिनों में मिले हैं। इस महीने रोजाना औसतन 37 मरीज संक्रमित मिले हैं। यह संख्या मई महीने के मुकाबले तीन गुना से भी ज्यादा है।
इस महीने एक दिन में सबसे अधिक 95 मरीज मिलने का रिकॉर्ड भी कायम हुआ है। हालांकि, तीन और प्राइवेट अस्पतालों को कोरोना के इलाज की अनुमति मिलने से स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। लेकिन सबसे बड़ा संकट यह है कि जून महीने में जिस रफ्तार से संक्रमण फैल रहा है अगर यह नहीं थमा तो इस महीने मरीजों की संख्या 1,500 के आंकड़े को पार कर जाएगी।
15 जून को जिले में कोरोना संक्रमण के 100 दिन पूरे हो गए। आठ मार्च को पहला मरीज मिला था। जून के 15 दिनों में 558 मरीजों की पुष्टि की गई है, जो पिछले तीन महीने के मरीजों की संख्या से भी अधिक हैं। मार्च, अप्रैल और मई के 86 दिनों में मरीजों की संख्या 453 थी। सिर्फ मई महीने में 315 मरीजों की पुष्टि की गई थी। जून के 14 दिनों में मिले मरीज इससे डेढ़ गुना से भी अधिक हैं। अप्रैल महीने में 100 मरीज मिले थे। इस लिहाज से जून के 14 दिनों में मिले मरीज करीब पांच गुना हैं। मार्च में 38 मरीजों में बीमारी की पुष्टि की गई थी।
यही रफ्तार रही तो जून के आखिर तक संख्या 1500 होगी
इस तरह जून के प्रत्येक दिन 34 मरीजों की पुष्टि की गई है। इसी दर से भविष्य में भी मरीज की पुष्टि हुई तो जून अंत तक मरीजों की संख्या 1500 से अधिक हो जाएगी। गौतम बुध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दीपक कुमार और ही ने कहा, ''कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए काम चल रहा है। स्वास्थ्य शिविर में संदिग्ध मरीजों की जांच की जा रही है। कोरोना जांच की संख्या भी भविष्य में बढ़ेगी। मरीजों के इलाज के लिए निजी अस्पतालों को भी अनुमति दे दी गई है। आने वाले दिनों में अस्पतालों की संख्या भी बढ़ सकती है।''
किस महीने में कितने मरीज मिले
मई के मुकाबले जून के 14 दिनों में मरीजों की रिकवरी दर कम है। जून में अब तक 44 प्रतिशत मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। वहीं, मई में रिकवरी दर 74 प्रतिशत था। इस लिहाज से जून के 14 दिनों में मई के मुकाबले 30 प्रतिशत कम रिकवरी दर है। जून में अब तक 216 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि मई में 206 स्वस्थ हुए थे। ऐसे में मरीजों की संख्या के लिहाज से जून में मई के मुकाबले अधिक मरीज स्वस्थ हुए, लेकिन मरीजों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि से रिकवरी दर प्रभावित हुई। अप्रैल में 100 मरीजों की पुष्टि की गई थी, जिसमें 84 मरीज स्वस्थ हुए। ऐसे में रिकवरी दर 84 प्रतिशत था।
अब मरीजों की संख्या के लिहाज से प्रदेश में दूसरा स्थान
मरीजों की संख्या के लिहाज से गौतमबुद्धनगर का प्रदेश में दूसरा स्थान है। सबसे अधिक मरीज 1038 आगरा में हैं। जबकि गौतमबुद्ध नगर में 14 जून तक 935 मरीजों की पुष्टि की गई थी। आगरा में पिछले एक सप्ताह से गौतमबुद्ध नगर से कम मरीज संक्रमित हो रहे हैं। ऐसे में आने वाले सप्ताह में गौतमबुद्ध नगर मरीजों की संख्या के लिहाज से प्रदेश में नंबर एक हो सकता है, क्योंकि यहां प्रतिदिन औसतन 34 मरीजों की पुष्टि की जा रही है।