Noida News : सर्दी के मौसम में वायु प्रदूषण का खतरा बढ़ जाता है और नोएडा समेत एनसीआर के इलाकों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो गई है। इस प्रदूषण का असर न केवल आम जनजीवन पर पड़ रहा है, बल्कि लोगों को सांस संबंधी समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक, प्रदूषित वातावरण में लंबे समय तक रहने से कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इनमें दिल की बीमारियां और तीव्र श्वसन संक्रमण प्रमुख हैं। प्रदूषण के इस बढ़ते स्तर को देखते हुए लोगों को सर्तकता बरतने की सलाह दी जा रही है। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और सांस के मरीजों को अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।
क्या बोले विशेषज्ञ डा. हरप्रीत सिंह कोचर
ग्रेटर नोएडा स्थित सीआरएच ईएनटी एमआरआई सेंटर के चिकित्सा विशेषज्ञ डा. हरप्रीत सिंह कोचर ने बताया कि बढ़ते प्रदूषण और एक्यूआई के कारण सांस से संबंधित समस्याएं सामने आती है। जैसे खांसी आना, सांस फूलना, नजला होना या छींके आने की समस्याएं बढ़ जाती है। इन समस्याओं से बचने के लिए हमें कुछ उपाए करने होंगे। सबसे अधिक महत्वपूर्ण है कि घर से बाहर निकलते समय एन-95 मास्क का प्रयोग करें। घर के अंदर और घर के बाहर भी डस्ट से बचाव जरूरी है। बताया कि यदि आप व्यायाम करतें हैं तो उसे खुले में ना करें। बल्कि बंद कमरें में व्यायाम करें।
बढ़ते एक्यूआई के कारण सांस से संबंधित समस्याएं
डा. हरप्रीत सिंह कोचर ने बताया कि जब प्रदूषण अधिक होता है या घर के आस-पास धूल ज्यादा है तो घर की खिड़किंया और दरवाजे बंद रखें। घर में धूल से बचाव के लिए हो सके तो जिस जगह पर झाडू लगाई जा रही हो या बिस्तर साफ किया जा रहा है वहां पर 15 से 20 मिनट तक प्रवेश ना करें। यह सुनिश्चित करें कि घर में सीलन ना हो। इसके अलावा अपनी बॉलकनी और एसी के उपर चेक करें कि कबूतरों का जमावडा ना हो रहा हो। प्रणायम और पानी पीने का ध्यान रखें, क्योंकि इससे इम्यूनिटी मजबूत होती है।