Google Image | प्रतीकात्मक फोटो
गौतमबुद्ध नगर में जून और जुलाई महीनों के दौरान रोजाना बड़ी संख्या में संक्रमण का शिकार होकर नए मरीज सामने आ रहे हैं। जिसके परिणाम स्वरूप नोएडा और ग्रेटर नोएडा के शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ कस्बों और गांवों में भी मरीज बढ़े हैं। जिले में रैपिड टेस्ट कैंप लगने के बाद रोजाना बड़ी संख्या में मरीजों की पहचान की जा रही है। ऐसे में कंटेनमेंट जोन की संख्या भी बढ़कर अब तक की सबसे ज्यादा हो गई है।
बुधवार की देर रात स्वास्थ्य विभाग की ओर से कंटेनमेंट जोन की नई लिस्ट जारी की गई है। लिस्ट में 282 कंटेनमेंट जोन शामिल किए गए हैं। इनमें से 250 कंटेनमेंट जोन श्रेणी एक में हैं। मतलब इन आवासीय परिक्षेत्रों में संक्रमित मरीजों की संख्या केवल एक है। दूसरी श्रेणी में कंटेनमेंट जोन की संख्या 32 है। इन आवासीय क्षेत्रों में एक से अधिक मरीजों के निवास स्थान हैं। यानी कंटेनमेंट जोन में से 57 स्थानों को हटा दिये गए है।
कंटेनमेंट जोन के नए मानकों के मुताबिक अब किसी हाउसिंग सोसाइटी में एक मरीज मिलने पर सोसायटी के उस टावर को सील कर दिया जाता है, जिसमें संक्रमित मरीज का फ्लैट है। अगर सोसाइटी के एक से अधिक टावर में संक्रमित मरीज मिलते हैं तो उन सभी टावरों को सील करने के साथ-साथ सामुदायिक उपयोग के क्षेत्रों को भी सील किया जा रहा है। दूसरी ओर सेक्टरों, कस्बों और गांवों में किसी आवासीय परिक्षेत्र में एक मरीज मिलने पर ढाई सौ मीटर के दायरे में सीलिंग की जा रही है। एक से अधिक मरीज मिलने पर कंटेनमेंट जोन का दायरा 500 मीटर होता है।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कंटेनमेंट जोन की लिस्ट (साइज बड़ा होने के कारण पूरी लिस्ट खोलने में थोड़ा समय लग सकता है। कृपया कुछ सेकंड इंतजार करें)