Coronavirus: नोएडा में 400 बेड का कोरेंटाइन वार्ड तैयार, इन 7 देशों से आने वालों को यहां रखा जाएगा

नोएडा | 5 साल पहले | Tricity Reporter

Tricity Today | नोएडा के विधायक पंकज सिंह और जिलाधिकारी बीएन सिंह ने सोमवार को दोपहर बाद कोंरेंटाइन वार्ड का जायजा लिया।



कोरोना वायरस से निपटने के लिए नोएडा के सेक्टर-39 स्थित नए जिला अस्पताल में 400 बिस्तरों का कोरेंटाइन वार्ड सोमवार से शुरू कर दिया गया है। आज रात से यहां लोगों को शिफ्ट करना भी शुरू कर दिया जाएगा। यहां उन सात देशों से वापस लौटने वाले लोगों को रखा जाएगा, जिन्हें कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित देश घोषित किया गया है। 30 अप्रैल तक यह अस्थायी वार्ड के रूप में काम करेगा।

दिल्ली एयरपोर्ट पर कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से आने वाले लोगों को एहतियात के तौर पर यहां 14 दिनों तक रखा जाएगा। उत्तर प्रदेश के साथ-साथ पूरे देश के लोगों को इसमें रख सकते हैं। डॉक्टरों की टीम की देखरेख में ये लोग रहेंगे। अगर किसी की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उन्हें अस्पतालों में इलाज के लिए भेज दिया जाएगा।

नोएडा के विधायक पंकज सिंह और जिलाधिकारी बीएन सिंह ने सोमवार को दोपहर बाद कोंरेंटाइन वार्ड का जायजा लिया। डीएम ने बताया कि नए जिला अस्पताल के पहले तल और डॉक्टर्स के लिए बनाए गए फ्लैट में यह वार्ड बनाया गया है। इसमें कोरोना वायरस के संदिग्ध और निगेटिव रिपोर्ट वाले मरीज रहेंगे। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें अस्पताल में इलाज के लिए शिफ्ट कर दिया जाएगा। वहीं, निगेटिव मरीज को 14 दिन तक यहां रखा जाएगा। निर्धारित समय तक बीमारी के लक्षण नहीं मिलने पर उन्हें घर भेज दिया जाएगा।

विधायक पंकज सिंह ने कहा, इस वार्ड की देखरेख के लिए 24 घंटे अधिकारियों की ड्यूटी लगा दी गई है। वहीं, प्रत्येक दिन डॉक्टरों की टीम दो-तीन बार स्वास्थ्य जांच करेगी। साथ ही आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए डॉक्टरों की एक टीम वार्ड में ही रहेगी। एयरपोर्ट से आने वाले लोगों के साथ जिले में भर्ती COVID-19 के संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने पर यहां लाया जाएगा।

जिलाधिकारी बीएन सिंह ने बताया कि एक-दो दिनों में इस वार्ड को पूरी तरह से तैयार कर लिया जाएगा। यहां कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों को रखने के अलावा भोजन और अन्य सुविधाएं मिलेंगी। वायरस से कम से कम लोग प्रभावित हो इसके लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।

कोरोना वायरस से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने आईएमए और निजी अस्पताल संचालकों से भी बातचीत की है। अभी नोएडा के चाइल्ड सुपर स्पेश्यलिटी अस्पताल में 60 और राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान ग्रेटर नोएडा में 10 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। जहां इलाज की पूरी व्यवस्था है। कई संदिग्ध मरीज यहां भर्ती हैं और उनका इलाज किया जा रहा है।

इन 7 देशों से लौटने वाले यहां रखे जाएंगे

  1. चीन
  2. इटली
  3. इरान
  4. इराक
  5. स्पेन
  6. जापान
  7. जर्मनी

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