Greater Noida: एक महीने लंबी जंग में एसडीएम ने कोरोना को हराया, अस्पताल से छुट्टी के वक्त हुए भावुक

Tricity Today | एक महीने लंबी जंग में एसडीएम ने कोरोना को हराया, अस्पताल से छुट्टी के वक्त हुए भावुक



बीपी, मधुमेह, थायराइड बीमारियों से पीड़ित बागपत जिले के उपजिलाधिकारी राजपाल सिंह ने करीब एक महीने तक अस्पताल में रहकर कोरोना को हरा दिया। वह 15 दिन तक वेंटिलेटर पर रहे। उन्हें पिछले महीने 22 जून को ग्रेटर नोएडा के कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

बागपत जिले के एसडीएम राजपाल सिंह को बुखार, खांसी और सांस लेने में दिक्कत हुई तो उन्हें 22 जून को ग्रेटर नोएडा के कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत खराब हुई तो उन्हें उसी दिन वेंटिलेटर पर रख दिया गया। जांच में वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। उनके फेफड़ों में संक्रमण बढ़ने लगा। हालात इतनी बिगड़ी कि उनके दाहिने फेफड़े में नली डालनी पड़ी। कैलाश अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें प्लाज्मा थेरेपी भी दी। कैलाश अस्पताल के डॉक्टर भी नाउम्मीद होने लगे। लेकिन वह लगातार उनको बचाने के प्रयास में जुटे रहे।

एसडीएम बीपी, मधुमेह और थायराइड बीमारियों से पहले से पीड़ित हैं। अस्पताल के प्रभारी डॉ. नितिन श्रीवास्तव, डॉ. आरके सिसोदिया, डॉ. प्रमिला बैठा, डॉ. आकांक्षा झा की टीम 6 जुलाई को वेंटिलेटर हटाने में कामयाब हुई। इसके बाद उनकी कोरोना रिपोर्ट भी निगेटिव आ गई। सोमवार को कैलाश अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें ठीक करके घर भेज दिया। राजपाल सिंह गौतम बुद्ध नगर जिले में जेवर व सदर के भी एसडीएम रहे हैं। 

मंडलायुक्त अनीता मेश्राम, बागपत की डीएम शकुंतला गौतम, गौतम बुद्ध नगर के डीएम सुहास एलवाई लगातार उनके स्वास्थ्य पर नजर बनाए हुए थे। सभी ने चिकित्सकों की टीम को बधाई दी है। एसडीएम राजपाल सिंह सोमवार को अस्पताल से घर लौटते वक्त भावुक हो गए और उन्होंने डॉक्टरों और पैरामेडिकल का हाथ जोड़कर धन्यवाद ज्ञापित किया।

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