Google Image | Akhilesh Yadav
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा में लगातार हो रही आत्महत्याओं का मुद्दा उठाया है। दरअसल, पिछले 5 महीनों के दौरान गौतमबुद्ध नगर जिले में 145 लोगों ने आत्महत्याएं की हैं। इनमें सबसे ज्यादा संख्या युवाओं की है। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर युवाओं की समस्याओं की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए रविवार को नौजवानों की परेशानियों के समयबद्ध समाधान के लिये 'यूथ चार्टर' जारी करने की मांग की।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने यहां एक बयान में कहा कि युवाओं में प्रदेश की भाजपा सरकार के प्रति गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। तमाम विरोध के बावजूद महामारी में परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। रोजगार के नाम पर युवाओं को भटकाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सपा की मांग है कि भाजपा सरकार युवाओं एवं छात्रों की समस्याओं के समयबद्ध समाधान के लिए 'यूथ चार्टर' जारी करे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार के खिलाफ जनता में बढ़ती नाराजगी अब नए बदलाव की दिशा तय करेगी। एक बात बहुत साफ है कि नौजवानों और किसानों ने ही हमेशा आगे बढ़कर व्यवस्था और सत्ता में परिवर्तन किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता में भाजपा सरकार की नीति-रीति के खिलाफ जनाक्रोश चरम पर है। युवाओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ जगह-जगह संघर्ष छेड़ दिया है। प्रदेश में एक ओर कोरोना संकट बढ़ता जा रहा है दूसरी तरफ प्रशासन दिन-ब-दिन बिगड़ती आर्थिक तथा सामाजिक स्थितियों के प्रति उदासीन है।
अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार की विनाशकारी नीतियों के कारण श्रमिक, किसान और कोरोना काल में अपनी रोजी-रोटी गवां बैठे लोग लगातार आत्महत्या कर रहे हैं। नोएडा में पिछले पांच महीने के दौरान 145 लोगों ने आत्महत्या की है।