Google Image | AQI reaches beyond 400 in Delhi-NCR
Air Pollution in Delhi NCR : पूरे दिल्ली-एनसीआर की हवा सांस लेने लायक नहीं बची है। पिछले 3 हफ्तों से लगातार बढ़ रहा स्मॉग गुरुवार को चरम पर पहुंच गया है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद दिल्ली, गुड़गांव और फरीदाबाद समेत पूरे एनसीआर के शहरों में हवा सांस लेने लायक नहीं बची है। ज्यादातर शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के आसपास और 400 के पार तक पहुंच गया है। गुरुवार को ग्रेटर नोएडा चरखी दादरी धारूहेड़ा और गाजियाबाद की हवा को जहर कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) ने गुरुवार की दोपहर बाद 4:00 बजे देशभर के 115 शहरों में प्रदूषण पर रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में पिछले 24 घंटों के दौरान की वायु गुणवत्ता की जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 395 रिपोर्ट किया गया है। यह बेहद खराब स्थिति है। ग्रेटर नोएडा का वायु गुणवत्ता सूचकांक 412 रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शहर की हवा को सांस लेने लायक नहीं माना है। इसे खतरनाक श्रेणी में शामिल किया गया है। गाजियाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक 389, नोएडा का वायु गुणवत्ता सूचकांक 383, पानीपत का 330, रोहतक का 381, बागपत का 403, बहादुरगढ़ में 402, बल्लभगढ़ में 335, भिवाड़ी में 404, बुलंदशहर में 361, चरखी दादरी में 418, धारूहेड़ा में 427, फरीदाबाद में 376, गुरुग्राम में 384, हिसार में 386, जींद में 405, कैथल में 317, मानेसर में 334, मुरादाबाद में 370, रोहतक में 381 और यमुनानगर में 360 दर्ज किया गया है।
इस तरह देखा जा सकता है कि दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे देश मे सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर धारूहेड़ा है। दूसरे नंबर पर चरखी दादरी और तीसरे नंबर पर ग्रेटर नोएडा है।
दिल्ली में इमरान हुसैन ने की बैठक : प्रवासी मजदूरों को राशन कार्ड होंगे जारी, बोले- सबको मिलेगा हक
दिल्ली-एनसीआरएनसीआर में प्रदूषण का कहर : क्या दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के स्कूल होंगे बंद? जानिए पूरी डिटेल
दिल्ली-एनसीआरदिल्ली-एनसीआर में दमघोंटू वायु प्रदूषण की दो वजह : हालात बेहद गंभीर, समाधान के उपाय नाकाफी
दिल्ली-एनसीआर