Google Image | 22 accused have been arrested in scam so far
बहुचर्चित बाइक बोट घोटाले में ईओडब्ल्यू अब तक 22 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इस घोटाले से जुड़े अब तक 68 मुकदमों की जांच ईओडब्ल्यू को सौंपी गई है। अब तक हुई कार्रवाई से कहा जा सकता है कि ईओडब्ल्यू ने मामले में अपनी पकड़ बनाए रखी है। करोंड़ों रुपये के इस घोटाले में ईओडब्ल्यू 100 से अधिक मामलों में जमानत याचिका खारिज करवा चुकी है। साथ ही हाईकोर्ट पहुंचने वाले आरोपियों के खिलाफ मजबूती से लगातार अपना पक्ष पेश कर रही है।
बताते चलें कि गौतमबुद्ध नगर में बाइक वोट घोटाले में लाखों लोगों के साथ हजारों करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी सामने आई थी। मामले की जांच के लिए ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध शाखा) को चुना गया। ईओडब्ल्यू ने अब तक इस मामले में 22 आरोपियों को देश के अलग-अलग ठिकानों से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के साथ-साथ ईओडब्ल्यू का पूरा ध्यान इस पर भी है कि इन आरोपितों को जमानत न मिलने पाए। अन्यथा, ये बाहर आकर मामले को प्रभावित कर सकते हैं।
इसलिए जांच एजेंसी न्यायालय में भी पूरी मजबूती से अपना पक्ष रख रही है। इसके चलते किसी भी आरोपी को अब तक न्यायालय से बेल नहीं मिल पाई है। ईओडब्ल्यू की एक टीम लगातार हाईकोर्ट में मौजूद है। ईओडब्ल्यू बाइक वोट घोटाले से संबंधित 68 मामलों की जांच कर रही है। पहले ये मामले स्थानीय पुलिस द्वारा सुलझाए जा रहे थे। परंतु शासन के निर्देश पर दादरी कोतवाली में दर्ज 57 मुकदमों की जांच फरवरी, 2020 में ईओडब्ल्यू को सौंप दी गई थी।
हालांकि इसके बाद भी इस मामले में खुलासे होते रहे। बाद में 11 और नए मुकदमों की जांच भी ईओडब्ल्यू को सौंप दी गई। इन सभी मुकदमों में अब तक ईओडब्ल्यू ने 22 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। करीब 50 आरोपी फरार चल रहे हैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ और पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। इसके लिए गिरफ्तार आरोपियों से लिंक किया जा रहा है। ईओडब्ल्यू दूसरे माध्यमों से भी फरार आरोपियों को पता लगा रही है।