CBSE के टॉपर: साईकोलॉजिस्ट बनकर लोगों की समस्याएं दूर करेंगी अपराजिता

Tricity Today | अपराजिता



केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने सोमवार की दोपहर अचानक अपना 12वीं का परीक्षा परिणाम घोषित किया है। जिसके बाद स्कूलों और छात्रों में हड़बड़ी मच गई। ग्रेटर नोएडा डीपीएस की छात्रा अपराजिता ने 98.8 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। अपराजिता ने बातचीत में अपनी हसरत जाहिर की। उन्होंने बताया कि वह साइकोलॉजी में पीएचडी कर मनोवैज्ञानिक बनना चाहती हैं। उसने मानविकी (ह्यूमैनिटीज) में 98.8 प्रतिशत अंकों के साथ ग्रेटर नोएडा में टॉप किया है। 

अपराजिता कहती हैं, "मैं पिछले 2 वर्षों से खूब मन लगाकर पढ़ाई कर रही थी। मुझे पूरा भरोसा था कि इस बार मेरे अच्छे नंबर आएंगे परीक्षा परिणाम आशातीत ही आया है। लेकिन मैं ग्रेटर नोएडा में टॉप कर जाऊंगी, यह नहीं सोचा था।" अपराजिता शर्मा के पिता अजय शर्मा व्यवसायी हैं और मां आशिमा शर्मा एक कंपनी में एचआर मैनेजर के रूप में काम करती हैं। 

अपराजिता का कहना है कि स्कूल के अलावा वह प्रतिदिन दो-तीन घंटे पढ़ाई जरूर करती हैं। स्कूल में नोट्स बनाने के बाद उसे प्रतिदिन दोहराने से उन्हें फायदा मिला। 12वीं में आने के बाद उन्होंने केवल इसी पैटर्न पर फोकस किया। अपराजिता 12वीं के बाद अभी स्नातक की पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करना चाहती हैं। इसके बाद परास्नातक और फिर साइकोलॉजी में पीएचडी करेंगी। वह साइकोलॉजी की नामचीन मनोवैज्ञानिक बनना चाहती हैं। 

अपराजिता की उपलब्धि पर दिल्ली पब्लिक स्कूल ग्रेटर नोएडा की पूर्व प्राचार्य और मौजूदा निदेशक डॉ. रेणु चतुर्वेदी ने शुभकामनाएं दी हैं। डॉक्टर चतुर्वेदी ने कहा, "मुझे व्यक्तिगत रूप से अपराजिता की उपलब्धि पर फक्र है। सबसे ज्यादा खुशी इस बात की हुई है कि वह आगे चलकर एक अच्छी वैज्ञानिक बनना चाहती है। दरअसल टॉपर बच्चे ज्यादातर सिविल सर्विसेज और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में जाना चाहते हैं। अपराजिता ने अभी लंबी पढ़ाई करने और उसके बाद साइकोलॉजी के फील्ड में रिसर्च करने का लक्ष्य निर्धारित किया है, जो अपने आप में काबिले तारीफ है।"

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