Greater Noida West: गौर सिटी में सुरक्षा कर्मियों का हंगामा, बिल्डर ने 100 गार्ड को नौकरी से निकाला

Tricity Today | गौर सिटी क फर्स्ट एवेन्यू में विरोध जाहिर करते हुए सिक्योरिटी गार्ड्स।



ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सबसे बड़ी हाउसिंग सोसायटी गौर सिटी के फर्स्ट एवेन्यू में सोमवार की सुबह से करीब 100 सुरक्षाकर्मी एकत्र हैं। यह लोग अपना विरोध जाहिर कर रहे हैं। जानकारी मिली है कि गौर सिटी के फर्स्ट एवेन्यू, सेकंड एवेन्यू, 4th एवेन्यू और फिफ्थ एवेन्यू से 100 सिक्योरिटी गार्ड्स को अचानक नौकरी से निकाल दिया गया है। इस बारे में अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन को भी कोई जानकारी बिल्डर की ओर से नहीं दी गई है। जिसके चलते एओए के पदाधिकारी भी बिल्डर की इस कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं।

फिफ्थ एवेन्यू अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन के सदस्य रहे मुकेश पाल ने बताया, "गौर सिटी के सभी एवेन्यू में अभी आईपी एस्टेट एजेंसी के पास सिक्योरिटी की जिम्मेदारी है। लगभग 100 गौर सुरक्षाकर्मी को जबरन सड़क पर ला दिया गया है। इन सारे सिक्योरिटी गार्ड्स को नौकरी से निकाल दिया गया है, जबकि पिछले 4 महीनों के दौरान लॉकडाउन और कोरोना वायरस महामारी के बावजूद इन सिक्योरिटी गार्ड्स ने बड़ी मुस्तैदी और इमानदारी से काम किया है।" मुकेश पाल आगे कहते हैं, "महज 2 दिन पहले सभी सिक्योरिटी गार्ड्स को मौखिक रूप से कहा गया कि 20 तारीख से आप लोगों की सेवाएं समाप्त की जा रही हैं। 20 तारीख से नए सिक्योरिटी गार्ड नौकरी पर आएंगे। इन लोगों के वेतन और तनख्वाह का भी भुगतान अभी नहीं किया गया है।"

मुकेश पाल ने बताया कि उन्होंने इस पूरे मुद्दे के बारे में जिलाधिकारी सुहास एलवाई को भी पत्र भेजा है। अभी तक जिलाधिकारी की ओर से कोई प्रत्युत्तर नहीं दिया गया है। इसी बीच बिल्डर ने कई हाउसिंग सोसायटी के 100 से ज्यादा सिक्योरिटी गार्ड्स को नौकरी से निकाल दिया है। यह पूरी तरह मनमानी और ऐसे वक्त में इन गरीब लोगों पर अत्याचार है। गार्ड्स को लगता है कि उनकी बात कोई नहीं उठाएगा और ना ही उनके लिए कोई खड़ा होगा।"

गौर सिटी फर्स्ट एवेन्यू के निवासी और अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन के सदस्य अंकुर शर्मा ने कहा, " बिल्डर मनमानी कर रहा है। इतनी बड़ी संख्या में सिक्योरिटी गार्ड्स को हटाया गया है। यह एक बड़ा बदलाव है। यह निर्णय लेने से पहले बिल्डर को अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन को जानकारी देनी चाहिए थी, लेकिन बिल्डर की ओर से इस बारे में कुछ भी अवगत नहीं करवाया गया है। हम लोगों को आज तक पता चल रहा है, जब सिक्योरिटी गार्ड हंगामा कर रहे हैं। यह सुरक्षा से जुड़ा मामला है। इसके प्रति बिल्डर को संवेदनशील रवैया अपनाना चाहिए था।"

फर्स्ट एवेन्यू में ही रहने वाली अनीता प्रजापति का कहना है, "सिक्योरिटी गार्ड्स के सामने अचानक अपने परिवार का पेट पालने का संकट खड़ा हो गया है। इन लोगों ने पिछले 4 महीने के लॉकडाउन के दौरान बड़ी मेहनत और ईमानदारी के साथ काम किया है। जिसका इनाम इन्हें नौकरी से निकाल कर दिया जा रहा है। ऐसे समय में जब लोग आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं तो कम से कम बिल्डर को संवेदनशीलता और मानवता का परिचय देना चाहिए था। अगर इन सिक्योरिटी गार्ड्स को इस वक्त नौकरी से निकाल दिया जाएगा तो इन्हें कहां काम मिलेगा। एक और प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी तक अपील कर रहे हैं कि किसी को नौकरी से नहीं निकाला जाए, दूसरी ओर हमारे यहां बिल्डर मनमानी पर उतारू हैं।"

बिल्डर ने सिक्योरिटी गार्ड गंगा में देखकर पुलिस को बुलाया

गौर सिटी फर्स्ट एवेन्यू में एकत्र हुए सिक्योरिटी गार्ड्स ने नारेबाजी और हंगामा किया है। सिक्योरिटी गार्ड की मांग है कि आईपी एस्टेट कंपनी के एचआर मैनेजर और मेंटेनेंस डिपार्टमेंट के अधिकारी उनसे आकर बात करें। 9:30 बजे तक कोई कंपनी का अधिकारी सिक्योरिटी गार्ड से मिलने नहीं पहुंचा। कंपनी की ओर से बिसरख कोतवाली पुलिस को गार्ड के हंगामे के बारे में सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने गार्ड से बातचीत की। गार्ड्स ने बताया कि उनके बकाया का भुगतान नहीं किया गया है। सेवा शर्तों के मुताबिक उन्हें नोटिस भी नहीं दिया गया है। सीधे नौकरी से निकाल दिया गया है। पुलिस सिक्योरिटी गार्ड से बात कर रही थी। सिक्योरिटी गार्ड्स लगातार कंपनी के अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे हैं।

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