COVID-19 Vaccine : कैसे, किसको और कब मिलेगी वैक्सीन, पढ़िए पूरी जानकारी

न्यूज़ | 4 साल पहले | Anika Gupta

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो



COVID-19 Vaccine : मंगलवार को पूरे उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस टीकाकरण (COVID-19 Vaccine) के लिए पूर्वाभ्यास किया गया है। अब लोगों के मन में सवाल आ रहे हैं, उन्हें कैसे और कब यह वैक्सीन मिलेगी? हम आपको विस्तार से यह पूरी जानकारी उपलब्ध करवा रहे हैं। शुरुआत में किन लोगों को वैक्सीन दी जाएगी? उन्हें कहां वैक्सीन मिलेगी? इसकी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया क्या है? आम आदमी तक वैक्सीन को पहुंचने में कितना समय लगेगा?
  1. सबसे पहले इन लोगों को मिलेगी वैक्सीन - अब तक मिली जानकारी के मुताबिक सरकार ने सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों को टीका देने की बात कही है। इसके बाद दूसरे चरण में अन्य फ्रंट लाइन पर काम करने वाले कर्मचारियों को टीका दिया जाएगा। इनमें पुलिस, सुरक्षाकर्मी, बैंक कर्मचारी और मीडियाकर्मी शामिल हैं। तीसरे फेज में 50 साल या इससे अधिक आयु वाले लोगों को शामिल किया जाएगा। इनमें भी दूसरी बीमारियों से पीड़ित ऐसे लोगों को पहले टीका दिया जायेगा, जिन्हें कोरोना से सबसे अधिक खतरा है।
  2. इस तरह करवाना होगा पंजीकरण - इसके लिए आरोग्य सेतू एप की मदद के अलावा स्वास्थ्य विभाग भी अपने स्तर पर जाकर सर्वे करेगा। इन लोगों की पहचान के बाद इन्हें कोविन एप पर जाकर पंजीकरण कराना होगा। यहां लोगों की पहचान सम्बंधी जानकारी, आयु,  मेडिकल हिस्ट्री दर्ज की जाएगी। कोविन एप पर पंजीकरण के बाद लोगों को एसएमएस के जरिए सूचना दे दी जाएगी कि उन्हें वैक्सीन लगवाने के लिए किस बूथ पर और कब आना है।
  3. पहचान पत्र और आरोग्य सेतु एप करेंगे मदद - पहले चरण में कोरोना के टीकाकरण के लिए लोगों को सरकार चिह्नित करवाएगी। इसके लिए सरकार मतदाता पहचान पत्र के साथ आरोग्य सेतू ऐप की मदद ले रही है। अस्पतालों और पूर्व में हुए घर-घर सर्वे के जरिए चिन्हित किया जा रहा है। सरकार का अनुमान है कि दिल्ली में करीब 51 लाख और उत्तर प्रदेश में करीब तीन करोड़ लोगों को पहले चरण में टीका लगेगा। इनमें स्वस्थ्यकर्मी भी शामिल हैं। अभी यह सर्वे जारी है।
  4. कहां मिलेगी कोरोना वैक्सीन - एक बात साफ तौर पर समझ लें। अभी देश में कहीं भी कोरोना वैक्सीन खुले बाजार में उपलब्ध नहीं है। सरकार ने देश के प्रत्येक जिले में जनसंख्या को आधार बनाकर केंद्र बनाए हैं। ये केंद्र वहां के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में ही हैं। अभी केवल इन्हीं केंद्रों में कोरोना वायरस रोधी टीकाकरण किया जाएगा। अगर आप ऊपर बताई गई किसी श्रेणी में शामिल हैं तो टीका लगवा सकते हैं। आम और स्वस्थ आदमी तक टीका पहुंचने में अभी समय लगेगा।
  5. फर्जी एप और कॉल से सावधान - केंद्र सरकार ने कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। सरकार ने जानकारी दी है कि टीकाकरण के लिए लोगों को कोविन (CO-WIN) एप पर खुद को पंजीकरण करना होगा। इसके बाद ही उन्हें वैक्सीन दी जाएगी। हालांकि, अभी तक कोविन नाम का एप गूगल प्ले स्टोर पर लोगों के लिए उपलब्ध नहीं हुआ है, लेकिन इसके नाम वाले फर्जी आधा दर्जन एप गूगल प्ले स्टोर पर पहले से मौजूद हैं। इन एप्लीकेशन में तीन एप तो बिल्कुल कोविन नाम वाले ही हैं। वहीं, कुछ अन्य एप लगभग इसके नाम जैसे हैं। लिहाजा, इनसे सावधान रहें। इसी तरह कोरोना वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन करने के नाम पर जालसाज लोगों को फोन कर रहे हैं। उनकी निजी जानकारी लेकर बैंक खातों में सेंधमारी की जा रही है।
  6. 10 हजार से अधिक लोग डाउनलोड कर चुके हैं - कोविन नाम से उपलब्ध इन फर्जी एप को अभी तक 10 हजार से अधिक लोग डाउनलोड कर चुके हैं। इनमें से 'कोविन-ए स्मार्टर वे' नाम के एप में कोरोना के बचाव से जुड़ी जानकारियां साझा की हैं, लेकिन यह एप फोन में डाउनलोड होते समय कॉन्टेक्ट और फोटो आदि हासिल करने की जानकारी भी मांगता है। इसे 10 हजार से अधिक लोगों ने डाउनलोड किया है। 58 लोगों ने रिव्यू दिया है, जिनमें से अधिकतर लोगों ने लिखा है कि यह फर्जी एप है। उन्होंने वैक्सीन का पंजीकरण करने वाला एप समझकर इसे डाउनलोड किया था। इसके अलावा अन्य कुछ कोविन एप म्यूजिक से जुड़े हैं। 
  7. सरकारी एप में 75 लाख लाभार्थी पंजीकृत - कोविन ऐप के माध्यम से वह लोग वैक्सीन के लिए स्वयं को पंजीकृत कर सकेंगे, जिन्हें अन्य बीमारियां हैं और कोरोना संक्रमण का खतरा है। फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को टीका लगाने के बाद इनका नंबर आएगा। यह ऐप अभी तक आम लोगों के लिए उपलब्ध नहीं है। फिलहाल इस एप के जरिए स्वास्थ्य कर्मचारियों का डेटा अपलोड किया जा रहा है, जिन्हें पहले चरण में टीके मिलेंगे। ड्राई रन के दौरान 75 लाख से अधिक लाभार्थी इस एप में पंजीकृत हो चुके हैं।

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