ग्रहों का 253 वर्ष बाद बना खतरनाक संयोग, इन 8 राशि वाले नौकरी के प्रति रहें सावधान

देश | 3 साल पहले | Anika Gupta

Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो



मार्गशीर्ष माघ की शुरुआत में ही नौकरी पेशा और रोजगार करने वालों के लिए ग्रहों ने विपरीत स्थिति बना दी है। ग्रहों की चाल से यह संयोग 253 वर्ष बाद खतरनाक स्थिति लेकर आया है। ज्योतिषाचार्य की माने तो 2 दिसंबर से 13 दिसंबर तक सूर्य और शुक्र ग्रह जेष्ठा और तुला राशि का भ्रमण करने जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में लापरवाही बरतने वाले जातक को रोजगार औ नौकरी के क्षेत्र में विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है।

ज्योतिषाचार्य पंडित दीपक पांडे ने जानकारी दी कि ज्योतिषीय गणना के अनुसार सूर्य 2 दिसंबर को बुध के ज्येष्ठ नक्षत्र के पहले चरण में भ्रमण करने जा रहे हैं। सूर्य ग्रह के पीछे वैभव के कारक शुक्र ग्रह अपनी राशि तुला में उसी समय भ्रमण करेंगे। यह स्थिति या फिर कहा जाए कि दोनों ही ग्रह का भ्रमण काल 2 दिसंबर से 13 दिसंबर तक रहेगा। इस बीच शुक्र ग्रह अपने विरोधी ग्रह गुरु के विशाखा नक्षत्र पर भी भ्रमण का योग बना रहे हैं। इसलिए नौकरी पेशा और रोजगार करने वाले लोगों की लिए यह कालखंड बेहद चुनौतीपूर्ण और सावधानी पूर्ण निर्णय लेने वाला कालखंड माना जा रहा है। सूर्य ग्रह ज्योतिष शास्त्र में पिता प्रतिष्ठा और पद का कारक माना गया है। इसलिए ऐसे जातक जिन का कार्य प्रतिष्ठा की वजह से संचालित होता है उन्हें भी इस कालखंड में बेहद सतर्क रहने की जरूरत है।

पिता का भी रखें खास ख्याल
सूर्य और शुक्र के विरोधी नक्षत्रों में भ्रमण काल के दौरान जातकों को अपने पिता का भी खास ख्याल रखने की जरूरत है। ऐसे जातक जिनकी कुंडली में सूर्य की स्थिति अन्य ग्रहों को प्रभावित कर रही है वे लोग खास तौर पर अपने पिता के स्वास्थ्य के प्रति 13 दिसंबर तक बेहद सतर्क रहें। ऐसे जातक जिनके पिता की उम्र अधिक है या फिर वह किसी लंबी बीमारी या फिर ऐसे रोग से पीड़ित हैं जिसका वह लंबे समय से इलाज कर रहे हैं उन्हें सुबह आदित्य हृदय स्त्रोत पढ़ने की बेहद जरूरत है। आदित्य हृदय स्त्रोत पढ़ने की वजह से पुत्र का सूर्य कम प्रभावित होगा और इससे पिता को होने वाली हानि कम प्रभावित होगी।

8 राशियों पर पड़ेगा सीधा प्रभाव
सूर्य और शुक्र राशि का विभिन्न नक्षत्रों में भ्रमण का सीधा प्रभाव 8 राशियों पर पड़ेगा। इन 8 राशियों वाले जातकों को उपाय कर दोनों ही ग्रहों के भ्रमण दौरान होने वाले नकारात्मक प्रभाव से बचाओ के लिए प्रयास करने चाहिए। ज्योतिषाचार्य का मानना है कि उपाय करने से कुंडली में व्याप्त ग्रहों और खासतौर से ऐसे ग्रह जो इस भ्रमण काल के दौरान सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे उनका असर कम किया जा सकता है।

यह कर सकते हैं उपाय

मेष राशि : मेष राशि वाले जातकों को उपाय के तौर पर पूजन के बाद या फिर घर से निकलने से पहले अपनी मां का आशीर्वाद लेकर निकलना चाहिए।

वृष राशि : वृष राशि वाले जातकों को घर से निकलने से पहले चंदन का तिलक लगाना चाहिए या फिर अपने कार्य क्षेत्र में चंदन की महक वाले परफ्यूम का इस्तेमाल करना चाहिए।

मिथुन राशि : मिथुन राशि वाले जातकों को ग्रहों के भ्रमण का प्रभाव कम करने के लिए गणेश भगवान को केले का भोग अर्पित करने से लाभ हासिल होगा।

कर्क राशि : कर्क राशि वाले जातकों को यथासंभव नमक का दान करने से लाभ हासिल होगा। नमक का दान करने से उन्हें पद पिता या फिर प्रतिष्ठा में होने वाली हानि से बचाओ संभव होगा।

सिंह राशि : सिंह राशि वाले जातकों को 13 दिसंबर तक अपने पिताजी की शरण में जाना चाहिए। सुबह आशीर्वाद लेने के साथ ही 13 दिसंबर तक किसी भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले पिता की सलाह बड़े नुकसान से बचा सकती है।

वृश्चिक राशि : वृश्चिक राशि के जातक अपने घरों में माया पत्नी की ओर से किए गए भगवान के पूजन का पुष्प संकट हरने का माध्यम बन सकता है। इसलिए घर से निकलने से पहले पूजन का पुष्प पूरे दिन अपने साथ जरूर रखें।

धनु राशि : धनु राशि के जातकों को 13 दिसंबर तक देसी घी का सेवन होने वाली हानि से काफी हद तक बचा सकता है। देसी घी के सेवन के साथ ही यदि सुबह निकलने से पहले देसी घी का तिलक करके घर से निकले तो नकारात्मक ऊर्जा कम होगी।

मकर राशि : मकर राशि के जातक सुबह घर से निकलने से पहले मस्तक पर रोली का तिलक लगाकर निकले। यह प्रयास करें कि 13 दिसंबर तक लिए गए किसी भी महत्वपूर्ण निर्णय के दौरान माथे पर रोली का तिलक अवश्य हो।

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