Google Image | प्रतीकात्मक तस्वीर
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के फरीदाबाद, गुड़गांव, गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद के कुछ हिस्सों में बुधवार को वायु गुणवत्ता 'बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई। यह जानकारी एक सरकारी एजेंसी ने दी है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक दिल्ली के चारों पड़ोसी जिलों में पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) 2.5 और पीएम 10 प्रदूषकों की अधिकता रही।
सूचकांक के मुताबिक, 0 से 50 के बीच वायु गणुवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) को 'अच्छा, 51 से 100 के बीच 'संतोषजनक, 101 से 200 के बीच 'मध्यम, 201 से 300 के बीच 'खराब, 301 से 400 के बीच 'बेहद खराब और 401 से 500 के बीच 'गंभीर माना जाता है। सीपीसीबी के शाम आठ बजे के आंकड़े के मुताबिक, फरीदाबाद के सेक्टर 11 में स्थित स्टेशन में एक्यूआई 365 मापा गया, न्यू इंडस्ट्रीयल टाउन में 316, सेक्टर 30 में 278 और सेक्टर 16ए में 271 मापा गया।
गुड़गांव के सेक्टर 151 में एक्यूआई 331, विकास सदन में 238 और टेरी ग्राम में 228 मापा गया। गौतमबुद्ध नगर के नोएडा सेक्टर 116 में एक्यूआई 227, सेक्टर 62 में 264 और सेक्टर एक में 249 रिकॉर्ड किया गया। सीपीसीबी आंकड़ों के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क में एक्यूआई 340 रहा जबकि नॉलेज पार्क तीन में यह 246 रहा।
गाजियाबाद के लोनी में शाम आठ बजे एक्यूआई 297, इंदिरापुरम में 270, संजय नगर में 268 और वसुंधरा में 191 रहा। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में 15 अक्टूबर से श्रेणीबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना (जीआरएपी) लागू होने के बावजूद वायु गणुवत्ता खराब हुई है। वर्ष में इस समय के दौरान दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता खराब हो जाती है जिसे देखते हुए जीआरएपी लागू किया जाता है।
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