Google Image | प्रतीकात्मक फोटो
कोविड मरीजों के तीमारदारों के लिए शारदा अस्पताल में रहने का इंतजाम किया गया है। हालांकि इसके बाद तीमारदारों को शुल्क चुकाना होगा। शारदा अस्पताल ने अपने हास्टल में तीमारदारों को ठहराएगा। इसके लिए सारे इंतजाम कर लिए गए हैं।
कोविड मरीजों के तीमारदारों के लिए अस्पताल में जगह नहीं मिल पाती है। उन्हें बाहर भटकना पड़ता है। सबसे अधिक दिक्कत दूसरे जिलों से आने वाले लोगों को उठानी पड़ती है। कोविड के दौर में होटल व गेस्ट हाउस भी नहीं खुलते हैं। लेकिन अब शारदा अस्पताल ने तीमारदारों के ठहरने के लिए इंतजाम किया है। अपने हास्टल में तीमारदारों को ठहराएंगे। कोविड वार्ड के आसपास उन्हें नहीं रोका जा सकता है। इसके चलते यह फैसला लिया गया है। हालांकि इसके बदले तीमारदारों को शुल्क चुकाना होगा। यह शुल्क बहुत ही कम होगा ताकि तीमारदार पर बोझ ना पड़े। शारदा अस्पताल ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है।
मरीजों का हाल जानने के लिए सेल बनाई
आईसी में भर्ती कोविड मरीजों की जानकारी उनके परिजनों को नहीं मिल पाती थी। यह सूचना मिलने में समय लगता था। शारदा अस्पताल ने इसके लिए एक सेल बनाई है। यह सेल अस्पताल में है। यहां पर जाकर कोई भी तीमारदार अपने मरीज के बारे में जानकारी ले सकता है। यहां राउंड द क्लाक डॉक्टरों व कर्मचारियों की ड‘यूटी रहेगी। ताकि किसी भी समय तीमारदार जानकारी ले सकें। शारदा अस्पताल के प्रवक्ता डॉ. अजित कुमार ने बताया कि तीमारदारों के रहने के लिए हास्टल तय किए गए हैं। इसके लिए शुल्क लिया जाएगा। साथ ही एक सेल बनाई गई है, जिसमें तीमारदार अपने मरीज की जानकारी ले सकेंगे।