Google Image | गाजीपुर और चिल्ला बॉर्डर पूरी तरह बंद कर दिया गया है
केंद्र सरकार के तीन नए कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ जारी प्रदर्शन जोर पकड़ता जा रहा है। किसान पिछले 40 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर धरनारत हैं। किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर दिल्ली को गाजियाबाद और नोएडा से जोड़ने वाले गाजीपुर और चिल्ला बॉर्डर को सोमवार को बंद कर दिया गया। यातायात पुलिस ने लोगों से आनंद विहार, डीएनडी, भोपुरा और लोनी बॉर्डर से होकर दिल्ली आने का सुझाव दिया है।
कृषि कानूनों को वापस लेने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी को लेकर कई राज्यों के किसान दिल्ली से लगी सीमाओं पर पिछले 40 दिन से डटे हैं। धरनारत किसानों को रविवार की सुबह काफी परेशनी का सामना भी करना पड़ा था। शनिवार की रात और रविवार की सुबह हुई बारिश की वजह से उनके तंबूओं में पानी भर गया था। ठंड से बचने के लिए किसान लकड़ियों से अलाव की व्यवस्था कर रहे थे। पर बारिश में लकड़ियां भी भीग गईं। किसानों के कम्बल भी गीले हो गए थे। पर किसानों ने कहा कि इन सबके बावजूद वह हिम्मत नहीं हारेंगे। किसान अपनी मांगे पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रखेंगे। उनके प्रदर्शन की वजह से जगह-जगह यातायात प्रभावित है।
पुलिस के अधिकारी लगातार ट्विटर पर लोगों को बंद और परिवर्तित रास्तों की जानकारी दे रहे हैं। यातायात पुलिस ने सोमवार को ट्वीट के जरिए जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि सिंघू, औचंदी, प्याऊ मनियारी, सबोली और मंगेश बॉर्डर बंद हैं। पुलिस ने लिखा है, 'कृपया लामपुर, सफियाबाद, पल्ला और सिंघू स्कूल टोल टैक्स बार्डर से होकर जाएं। मुकरबा और जीटेके रोड पर भी यातायात परिवर्तित किया गया है। आउटर रिंग रोड, जीटीके रोड और एनएच-44 पर जाने से भी बचें।
ट्रैफिक पुलिस ने लोगों को जानकारी देते हुए लिखा है, 'चिल्ला और गाजीपुर बॉर्डर नोएडा तथा गाजीपुर से दिल्ली आने वाले लोगों के लिए बंद है। कृपया आनंद विहार, डीएनडी, अप्सरा, भोपुरा और लोनी बॉर्डर से होकर दिल्ली आएं। टिकरी, ढांसा बॉर्डर पर यातायात पूरी तरह बंद है। झटीकरा बॉर्डर केवल हल्के वाहनों, दो-पहिया वाहनों और राहगीरों के लिए खुला है। ट्रैफिक पुलिस ने आगे लिखा, झाड़ोदा (वन सिंगल कैरिजवे), दौराला, कापसहेड़ा, रजोकरी एनएच-8, बिजवासन/ बजघेड़ा, पालम विहार और डूंडाहेड़ा बॉर्डर खुले हैं। ट्रैफिक पुलिस ने लोगों से बंद हो रहे रास्तों और परिवर्तित रास्तों की जानकारी लेते रहने के लिए कहा है।