Tricity Today | IPS Vaibhav Krishna & IPS Ajay Pal Sharma
गौतमबुद्ध नगर के पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने करीब छह माह पहले गोपनीय रिपोर्ट शासन को भेजी थी। उस रिपोर्ट पर एसआईटी की जांच के बाद एक आईपीएस अधिकारी अजय पाल शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो चुका है। अब इस मामले में फाइनल एक्शन होने वाला है।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक इस मामले में अभी कुछ और केस दर्ज होंगे। कुछ अन्य आईपीएस अधिकारी भी अभी इसकी चपेट में आएंगे। इस साल की शुरुआत में एसएसपी गौतमबुद्ध नगर वैभव कृष्ण का कथित वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो के बाद देर शाम में एसएसपी ने एक प्रेस वार्ता आयोजित कर कहा गया कि उन्होंने कुछ बड़े अधिकारियों और अन्य लोगों के खिलाफ एक गोपनीय रिपोर्ट शासन को भेजी थी। इस रिपोर्ट के चलते ही उनके खिलाफ यह साजिश रची गई है।
उनकी प्रेस वार्ता के बाद यह गोपनीय रिपोर्ट वायरल हो गई थी। इस रिपोर्ट में पांच आईपीएस अधिकारियों अजयपाल शर्मा, सुधीर सिंह, गणेश साहा, हिमांशु कुमार और राजीव नारायण मिश्रा पर आरोप लगाये गये थे। इसके अलावा रिपोर्ट दो पीसीएस अधिकारी गुलशन कुमार, रजनीश, पूर्व मुख्यमंत्री के ओएसडी मनोज भदौरिया, मुख्य सचिव के कार्यालय में तैनात निदेशक मीडिया दिवाकर खरे, महिला आयोग की एक सदस्या और उनके बेटे का भी नाम था। इस रिपोर्ट के जारी होने के बाद सबसे पहली गाज इसे तैयार करने वाले एसएसपी वैभव कृष्ण पर ही गिरी थी और उन्हें 9 जनवरी को निलम्बित कर दिया गया था।
शासन ने तभी मामले की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन कर दिया था। जिसे 15 दिन में जांच पूरी करनी थी। लेकिन कमेटी ने अब जांच पूरी कर अपनी रिपोर्ट दे दी है। जिसके बाद 8 मार्च को मुकदमा लखनऊ थाने में अजयपाल शर्मा के खिलाफ दर्ज हो चुका है। जिसकी संस्तुति इसी कमेटी ने की थी। वरिष्ठ अधिकारियों की मानें तो गोपनीय रिपोर्ट के आधार पर अभी कुछ और आईपीएस अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों पर भी कार्रवाई संभव है। आने वाले सप्ताह में इस मामले में कुछ और मुकदमें भी दर्ज किए जा सकते हैं।