Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
कोरोना वायरस के इलाज और बचाव में होम्योपैथिक दवाएं काफी कारगर और लाभदायक है। होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से न सिर्फ कोरोना वायरस से व्यक्ति बच सकता है। बल्कि, होम्योपैथिक दवाओं के माध्यम से कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति पूरी तरह से ठीक भी हो सकता है।
यह जानकारी सेक्टर-39 स्थित जिला होम्योपैथिक विभाग के जिला होम्योपैथिक अधिकारी डॉक्टर ललित मोहन जौहारी ने कही। जिला होम्योपैथिक अधिकारी डॉक्टर ललित मोहन जौहरी ने कहा कि होम्योपैथ पद्धति में कोरोना वायरस संक्रमण समाप्त करने के लिए दवा उपलब्ध है।
इस वायरस का होम्योपैथी से उपचार संभव है। कोरोना वायरस संक्रमण होने की स्थिति में मरीज को आइसोलेशन वार्ड में रखते हुए आर्सेनिक एलबम 30 की दो तीन दिन तक सुबह शाम दो दो बूंद मरीजों को दी जाए। उससे कोरोना वायरस संक्रमण दूर होगा।
जिला होम्योपैथिक अधिकारी डॉक्टर ललित मोहन जौहरी ने बताया कि हर उम्र के लोग चाहे वह जवान होए बच्चे हो या बुजुर्ग हो सभी कोरोना वायरस से बचने के लिए होम्योपैथिक दवा का उपयोग कर सकते हैं। होम्योपैथिक दवा के उपयोग से कोरोना वायरस मनुष्य के शरीर में आने से पहले ही नष्ट हो जाता है। जिसके कारण कोरोना वायरस का शरीर पर कोई भी असर नहीं होता है। जिला होम्योपैथिक अधिकारी डॉक्टर ललित मोहन जौहरी ने बताया कि कोरोना वायरस का खतरा सामान्य तौर पर उन लोगों को है।
जिनकी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है। सर्दी खांसी, जुकाम और सांस लेने में परेशानी, शरीर दर्द होने पर आर्सेनिक एलबम.30 नाम की होम्योपैथिक दवा का दिन में तीन बार उपयोग करके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत की जा सकती है। सावधानी बरतकर महामारी बन चुकी इस बीमारी से बचा जा सकता है।