सावधान ! गौतमबुद्ध नगर में अक्टूबर के 17 दिनों में 2,756 नए कोरोना मरीज मिले, 11 मौत हुईं, क्या सबकुछ खुलने से बढ़ रहा है संक्रमण

नोएडा | 4 साल पहले | Harish Rai

Google Image | Coronavirus Cases in Noida



Coronavirus Cases in Noida, Noida COVID-19 Cases : गौतमबुद्ध नगर जिले में अक्टूबर के पहले 17 दिनों में अब तक के कुल मामलों के 17.43% मरीज सामने आए हैं। यह आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया है। अब तक जिले में कुल 15,803 मरीज मिले हैं। इन दिनों में 11 मौत भी दर्ज की गई हैं। अब जिले में कोविड-19 की मृत्यु दर 0.4% हो गई है। जिले में 17 अक्टूबर तक प्रतिदिन औसतन 162 मामलों के साथ 2,756 नए मामलों का पता चला है।

इस बारे में जिला मजिस्ट्रेट सुहास एलवाई ने कहा, लगभग सभी व्यावसायिक गतिविधियां खुल गई हैं। प्रशासन का मुख्य उद्देश्य अब मृत्यु दर को न्यूनतम संभव तक कम करना है। अधिकतम परीक्षण सुनिश्चित करना है। कोविड-19 के प्रसार की जांच के लिए 'ट्रैक, परीक्षण और उपचार विधि में अब तक अपेक्षित परिणाम मिले हैं। इस पद्धति के कारण जिले का सीएफआर 0.4% से नीचे चला गया है। राष्ट्रीय आंकड़ा 1.58% और राज्य में 1.46% के मुकाबले बेहतर है।

डीएम ने यह भी कहा कि उत्तर भारत के सभी जिलों में गौतमबुद्ध नगर की परीक्षण दर सबसे अच्छी है। उन्होंने कहा, "हमारी प्रति दिन परीक्षण दर 1,750 से अधिक है, जो उत्तर भारत के अन्य जिलों की तुलना में बहुत बेहतर है। हमने औद्योगिक प्रतिष्ठानों को कोविड-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने के निर्देश जारी किए हैं। हमारी टीम नियमित रूप से कारखानों और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की निगरानी कर रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है।"

जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गए आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में, 3,290 परीक्षण किए गए थे। मई और जून में किए गए कुल परीक्षण क्रमशः 40,100 और 44,016 थे। जुलाई में जिला स्वस्थ्य विभाग ने 65,418 व्यक्तियों का परीक्षण किया। अगस्त और सितंबर में परीक्षण क्रमशः 58,029 और 75,442 दर्ज किए गए थे। अक्टूबर में अब तक विभिन्न अस्पतालों और कोविड-19 के चेक-अप केंद्रों पर 32,000 से अधिक परीक्षण किए जा चुके हैं।

गौतमबुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. दीपक ओहरी ने कहा कि जिले में कोरोना के प्रसार की जांच के लिए दैनिक परीक्षण में वृद्धि की गई है। जिलेभर में विभिन्न स्थानों पर नियमित रैपिड एंटीजन परीक्षण शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “घर पर अलगाव के तहत रोगियों के परीक्षण और प्रभावी निगरानी शुरू करने के अलावा स्वास्थ्य विभाग के निगरानी कर्मचारियों ने कड़े नियंत्रण उपायों को लागू किया है। मरीजों की चिकित्सा सहायता और संक्रमण नियंत्रण के लिए रोगी को समय पर अस्पताल में भर्ती करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता हैं।”

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