कोरोना वायरस संक्रमण: नोएडा और ग्रेटर नोएडा के लिए अगले 12 दिन बड़े खतरनाक, जानिए क्यों

नोएडा | 5 साल पहले | Tricity Reporter

Tricity Today | Noida Gate



नोएडा और ग्रेटर नोएडा के निवासियों के लिए यह खबर बहुत मायने रखती है। कोरोनावायरस महामारी के मद्देनजर गौतम बुद्ध नगर जिले के लिए आने वाले 12 दिन बहुत ज्यादा खतरनाक हैं। दरअसल, गौतम बुद्ध नगर कोरोनावायरस संक्रमण के तीसरे स्टेज में प्रवेश कर गया है। यह स्तर सामुदायिक संक्रमण वाला है। अभी तक कोरोनावायरस से संक्रमित जो लोग सामने आए हैं, उनके संक्रमित होने के कारणों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को है। लेकिन आने वाले दिनों में अनजान कारणों की वजह से लोग कोरोनावायरस से संक्रमित होंगे।

जिले के लोगों को और ज्यादा अलर्ट रहने के लिए ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान ने चेतावनी जारी की है। ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान में कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों का उपचार किया जा रहा है। जिम्स के विशेषज्ञों ने एक चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि गौतम बुद्ध नगर सामुदायिक संक्रमण के स्तर पर पहुंच चुका है। अभी तक जिन 48 लोगों को कोरोनावायरस का संक्रमण हुआ है, उनमें से 44 लोग ऐसे हैं, जिनके के संक्रमित होने की वजह मालूम हैं। मतलब, यह लोग विदेश से लौटकर आए हैं अथवा विदेश से लौट कर आने वाले लोगों के संपर्क में आने के कारण संक्रमित हो गए हैं।

इनमें से 4 लोगों के बारे में यह पता नहीं चल पा रहा है कि उन्हें संक्रमण क्यों हुआ। यही स्थिति सामुदायिक संक्रमण का स्तर कहलाती है। आने वाले दिनों में ऐसे मामले तेजी से बढ़ सकते हैं। जिनके बारे में स्वास्थ्य विभाग और खुद संक्रमित लोगों को मालूम नहीं होगा कि उन्हें कैसे यह बीमारी लगी है। जिम्स के विशेषज्ञों का कहना है कि इस स्थिति से बचने का केवल एक ही उपाय है, अपने घरों में रहना। लोग अपने घरों में रहकर पूरी तरह सुरक्षित रह सकते हैं। साथ ही साथ लोगों को कुछ खास सावधानियां बरतनी पड़ेंगी। मसलन अगर किसी भी व्यक्ति को ऐसा लगता है कि वह कोरोनावायरस के संक्रमण में है तो उसे तत्काल अपना उपचार और जांच करवा लेनी चाहिए।

विशेषज्ञों ने इस एक ही बात पर सबसे ज्यादा जोर दिया है। चिकित्सकों का कहना है कि प्रत्येक व्यक्ति यह सुनिश्चित करें कि वह अपने घर में ही रहे। अगर अपरिहार्य और आपातकालीन वजह से घर से बाहर निकलता है तो सोशल डिस्टेंस के फार्मूले का पूरी तरह पालन करें। किसी से मिले नहीं। कम से कम 2 मीटर दूर खड़े होकर बातचीत करें। मास्क पहनकर जाएं। अनावश्यक रूप से चीजों को छुए नहीं। अगर सोशल डिस्टेंसिंग और आइसोलेशन का लोगों ने पालन किया तो इस महामारी से निपटने में कोई कठिनाई नहीं होगी। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यह महामारी एक बार नियंत्रण से बाहर हुई तो फिर हालात को संभालना बहुत मुश्किल हो जाएगा।

डॉक्टरों का कहना है, हमें अगले 12 दिन अनिवार्य रूप से घर पर रहना चाहिए। यदि कोई अति आवश्यक कार्य हो तो ही घर से बाहर निकलें तथा सख्ती बरतना जरूरी समझें और सामाजिक दूरी का पालन आवश्य करें। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में अभी भी स्टेज 1 और स्टेज 2 पाॅजिटिव केस मिल रहे हैं। यानी अंतरराष्ट्रीय ट्रेवल हिस्ट्री वाले मामले या ट्रेवल हिस्ट्री वाले लोगों के करीबी संपर्क वाले मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन हम स्टेज-3 यानी सामुदायिक प्रसारण (Community Transmission) के कगार पर हैं। जिसमें ऐसा व्यक्ति कोरोना पाॅजिटिव पाया जाता है, जिसने न तो विदेश यात्रा की है और न ही उन लोगों के साथ नजदीकी संपर्क में हैं। इस स्थिति में पता ही नहीं होता है कि कौन महामारी (COVID-19) फैला रहा है।

अगर शहरी और ग्रामीण जनता मूर्खतापूर्ण तरीके से सरकार की सलाह को अनदेखा करती है तो इटली और स्पेन जैसी भयावह स्थिति से हमारा देश बच नहीं सकता है। चिकित्सा विशेषज्ञ ने एक महत्वपूर्ण बात कही है कि 100 लोगों का संयम, एक व्यक्ति की मूर्खतापूर्ण बात से परिणाम बदल देता है।

ये हैं COVID-19 यानि कोरोना महामारी के लक्षण

  1. 3 से 10 दिनों तक बुखार का होना। 
  2. गले में खराश और शरीर में ऐंठन होना। 
  3. लगातार खांसी होना और सांस फूलना
  4. सांस लेने में कठिनाई होना।
  5. बार-बार छींकना और आंख से पानी आना व नाक का बहना।

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