नोएडा डीएम ने जारी किया आदेश, किसी कम्पनी या कार्यालय में संक्रमण मिला तो क्या करना होगा

Tricity Today | Suhas LY IAS



नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कंपनियां, फैक्ट्रियां, कार्यालय और दूसरे वाणिज्यिक स्थल कामकाज के लिए खोल दिए गए हैं। यह छूट लॉकडाउन-4 के तहत दी गई है। ऐसे में कोरोनावायरस संक्रमण से जुड़े मामले सामने आ सकते हैं। लिहाजा, गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने एक आदेश जारी किया है। जिसमें बताया गया है कि अगर किसी कार्यस्थल पर कोई व्यक्ति कोरोनावायरस से संक्रमित पाया जाता है तो वहां के प्रबंधन को क्या करना होगा। उसके बाद जिला प्रशासन क्या करेगा। आदेश में यह पूरी जानकारी दी गई है।

गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने आदेश में कहा, "हमने कामकाजी गतिविधियों को अनुमति दे दी है। ऐसे में औद्योगिक इकाई, वाणिज्यिक स्थल और कार्यालय आदि में संक्रमण का कोई भी मामला आ सकता है। प्रबंधन को तत्काल यह जानकारी स्वास्थ विभाग को देनी होगी। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की रैपिड रिस्पांस टीम मौके पर पहुंचेगी और जरूरी कदम उठाएगी। स्वास्थ विभाग की टीम स्थानीय पुलिस और उप जिलाधिकारी को सूचना देगी। पॉजिटिव पाए जाने वाले मरीज को तत्काल आइसोलेट कर दिया जाएगा। उस परिसर में काम करने वाले सभी लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी। संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने वाले लोगों को क्वॉरेंटाइन किया जाएगा।"

आदेश के मुताबिक इन लोगों को उनके घरों में या इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जा सकता है। यह वहां की परिस्थितियों पर निर्भर करेगा। आईसीएमआर की गाइडलाइंस के मुताबिक लोगों को कोरोनावायरस का टेस्ट करवाने के लिए चुना जाएगा। जिन लोगों को का टेस्ट करवाया जाएगा, उन्हें अनिवार्य रूप से क्वारंटाइन किया जाएगा। जिन लोगों में इनफ्लुएंजा के लक्षण होंगे, उनका अनिवार्य रूप से परीक्षण करवाया जाएगा। कंपनी के परिसर को सील किया जाएगा। वह सारा हिस्सा सील होगा जहां तक संक्रमित व्यक्ति ने आवागमन किया है। कंपनी अथवा कार्यालय को तभी खोला जाएगा जब सैनिटाइजेशन टीम "प्रेमिसेस फिटनेस सर्टिफिकेट" जारी कर देगी। 

आगे बताया गया है कि कंपनी प्रबंधन या व्यक्ति एक हलफनामा देगा, जिसमें वह बताएगा की कोविड-19 की रोकथाम के लिए सभी जरूरी उपाय किए गए हैं। जिलाधिकारी ने चेतावनी दी है कि यदि किसी व्यक्ति या कंपनी प्रबंधन ने इन नियमों का पालन नहीं किया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। आपको बता दें कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में इस सप्ताह कई बड़ी कंपनियों के कर्मचारी कोरोनावायरस के संक्रमण में आए हैं। नोएडा में जी मीडिया ग्रुप और ग्रेटर नोएडा में चीनी मोबाइल कंपनी ओप्पो के कर्मचारी बड़ी संख्या में कोरोनावायरस की चपेट में आकर बीमार पड़े हैं। इन लोगों की वजह से और दूसरे लोग भी संक्रमित हो गए हैं। ऐसे में गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने हालात को काबू करने के लिए सख्ती बरतने का फैसला लिया है।

आपको बता दें की नोएडा और ग्रेटर नोएडा में बड़ी संख्या में उद्योग इकाइयों ने काम करना शुरू कर दिया है। उद्यमी लगातार इकाइयों को शुरू करने की मांग कर रहे थे। जिला प्रशासन ने केंद्रीय गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय और उत्तर प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशों का अनुपालन करते हुए औद्योगिक इकाइयों, बाजारों और निर्माण गतिविधियों को दोबारा शुरू करने की अनुमति दे दी है। लेकिन इन सारे स्थानों पर सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन और कंटेनमेंट स्टैंडर्ड को का पालन करने की जिम्मेदारी प्रबंधनों के ऊपर है। जिला प्रशासन ने चेतावनी दी है कि अगर कहीं भी नियमों का पालन होता नहीं पाया गया तो ऐसे कार्य स्थलों को तत्काल बंद करवा दिया जाएगा। कंपनियां और जिला प्रशासन काम पर लौटने वाले लोगों का रैंडम टेस्ट कर रहे हैं।

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