Tricity Today | जनशक्ति सेवा समिति और मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु महेश्वरी
नोएडा शहर की प्रमुख सामाजिक संस्था जन शक्ति सेवा समिति की ओर से मुख्य कार्यपालक अधिकारी को एक पत्र भेजा गया है, जिसमें दो बड़ी मांग रखी गई हैं। जनशक्ति सेवा समिति के चीफ पैटर्न एएन धवन की ओर से सीईओ ऋतु महेश्वरी को भेजे गए पत्र में लिखा गया है कि लॉकडाउन के कारण लोग बुरे दौर से गुजर रहे हैं। ऐसे वक्त में सभी को मदद की जरूरत है। खासतौर से निम्न आय वर्ग और मध्यम आय वर्ग वाले परिवार बुरी आर्थिक स्थिति का सामना कर रहे हैं। ऐसे में प्राधिकरण की ओर से शहर की जनता पर अतिरिक्त आर्थिक दबाव नहीं डाला जाना चाहिए।
जनशक्ति सेवा समिति के चीफ पैटर्न एएन धवन ने कहा, "मैंने विकास प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी को 4 मई को एक पत्र भेजा था। जिस पर अभी तक उनकी ओर से कोई प्रत्युत्तर नहीं दिया गया है। इस पत्र पर एक अनुस्मारक आज (मंगलवार) मैंने दोबारा उन्हें भेजा है। मैंने उनसे दो महत्वपूर्ण मुद्दों पर लिए गए फैसलों पर को वापस लेने की मांग की है। साथ ही तत्काल मातहत अधिकारियों को निर्देश जारी करने की मांग की है।" एएन धवन ने बताया कि विकास प्राधिकरण ने शहर में 7.5 परसेंट जल शुल्क बढ़ा दिया है। हम इस वृद्धि को तत्काल वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इस वक्त हर नागरिक आर्थिक तंगी का सामना कर रहा है। खासतौर से निम्न आय वर्ग और मध्यम आय वर्ग के परिवारों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। लॉकडाउन और कोरोनावायरस के कारण फैली महामारी को ध्यान में रखते हुए जल शुल्क में की गई वृद्धि को तत्काल वापस लेना चाहिए।
जनशक्ति सेवा समिति के चेयरमैन रविकांत मिश्रा ने कहा, "विकास प्राधिकरण ने एक छूट योजना शुरू की है। जिसमें प्राधिकरण ने कहा है कि वित्त वर्ष 2020-21 के जल शुल्क का एडवांस भुगतान करने वाले लोगों को प्राधिकरण 10% की छूट देगा। मैंने मुख्य कार्यपालक अधिकारी से मांग की है कि भुगतान करने की अंतिम तिथि 30 जून तक बढ़ा दें। जिससे शहर के ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सकें। दरअसल, अभी तो लोगों के पास अपने पुराने शुल्क जमा करने के लिए ही पैसा उपलब्ध नहीं है। मैं उम्मीद करता हूं कि मुख्य कार्यपालक अधिकारी इन दोनों बिंदुओं पर सकारात्मक निर्णय लेंगी। मुझे उनके प्रत्युत्तर का इंतजार है।" दूसरी ओर इस बारे में मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु महेश्वरी का कहना है कि इन दोनों मुद्दों पर विचार किया जा रहा है। उम्मीद है जल्दी निर्णय ले लिया जाएगा।